पृष्ठ:प्रेमघन सर्वस्व भाग 1.djvu/६६२

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कबीर झर र र र र र र हां।
बिजय कांग्रेस की भई अंटी*[१] अंटी* खाय;
पकड़ि गई पड़ि पह वह सुसकत है मुहां बाय।
भला—सब देश के बैरी रोवत हैं।


  1. *यहाँ पर प्राचीन समय में एन्टी कांग्रेस का संकेत है।