केतकर केतकर - संज्ञा स्त्री० दे० " केतकी" । केतकी - संज्ञा स्त्री० एक छोटा पौधा जिसमें कांड के चारों ओर तलवार के से लंबे कांटेदार पत्ते निकले होते हैं और कोश में बंद मंजरी के रूप मैं बहुत सुगंधित फूल लगते हैं । केतन - संज्ञा पुं० १. निमंत्रण । २. ध्वजा । ३. घर । केता- वि० [स्त्री० केती ] कितना । केतिक वि० कितना । केतु-संज्ञा पुं० १. निशान । पताका । ३. पुच्छल तारा । एक बुरा ग्रह | २. ४. केतुमान - वि० १. तेजवान् । २. ध्वजावाला । केतुवृक्ष - संज्ञा पुं० पुराणानुसार मेरु चारों ओर के पर्वतों पर के वृक्षों का नाम । ये चार हैं-कदंब, जामुन, पीपल और बरगद | केते - वि० [स्त्री० केती ] कितना । केदार - संज्ञा पुं० १. कियारी । २. र्थांवला | ३. दे० " केदारनाथ” । केदारनाथ - संज्ञा पुं० हिमालय के तर्गत एक पर्वत जिसके शिखर पर केदारनाथ नामक शिवलिंग है । केन - संज्ञा पुं० एक प्रसिद्ध उपनिषद् | केयूर - संज्ञा पुं० बांह में पहनने का भुजबंद | केर + - प्रत्य० [ खी० केरी ] का । केरल - संज्ञा पुं० १. दक्षिण भारत का एक देश | कनारा । २. [ खो० केरली ] केरल देश वासी पुरुष | केराना -संज्ञा पुं० नमक, मसाला, हलदी आदि चीज़ जो पंसारियों के यहाँ मिलती हैं । १८१ केवली केरानी-संज्ञा पुं० १. वह जिसके माता पिता में से कोई एक युरो- पियन और दूसरा हिंदुस्तानी हो । २. क्लर्क । केराव + - संज्ञा पुं० मटर । केरोसिन - संज्ञा पुं० मिट्टी का तेल । केला - संज्ञा पुं० गरम जगहों में होने- वाला एक पेड़ जिसके पत्ते गज़ सवा गज़ लंबे और फल लंबे, गूदेदार और मीठे होते हैं। केलि -संज्ञा स्त्री० १. खेल । २. रति । ३. हँसी । के कला-संज्ञा स्त्री० १. सरस्वती की त्रीणा । २. रति । केवका - संज्ञा पुं० वह मसाला जो प्र- सूता स्त्रियों को दिया जाता है । केवट -संज्ञा पुं० एक संकर जाति जो श्राजकल नाव चलाने तथा मिट्टी खोदने का काम करती है । केवटी दाल -संज्ञा स्त्रो० दो या अधिक प्रकार की, एक में मिली हुई, दाल । केवड़ाई - वि० हल्का पीला और हरा मिला हुआ सफेद । केवड़ा - संज्ञा पुं० १. सफेद केतकी का पौधा जो केतकी से कुछ बड़ा होता है । २. इस पौधे का फूल । ३. इसके फूल से उतारा हुआ सुगंधित जल । केवल - वि० १. एकमात्र । २. शुद्ध । श्रेष्ठ । क्रि० वि० मात्र । सिर्फ | केवलात्मा - संज्ञा पुं० १. पाप और पुण्य से रहित, ईश्वर । २. शुद्ध स्व- भाववाला मनुष्य । केवली - संज्ञा पुं० मुक्ति का अधिकारी साधु ।
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