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पृष्ठ:बाल-शब्दसागर.pdf/६४

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अरनि अरनि* - संज्ञा स्त्री० दे० " अड़नि" । अरनी-संज्ञा स्त्री० १. एक छोटा वृ जो हिमालय पर होता है । २. यज्ञ का श्रमिमंथन काष्ठ | वि० दे० " श्ररणि” । अरब - संज्ञा पुं० १. सौ करोड़ । इसकी संख्या | २.

  • संज्ञा पुं० १. घोड़ा । २. इंद्र | संज्ञा पुं० १. एशिया खंड का एक मरु- देश | २. इस देश का उत्पन्न घोड़ा । अरबर-वि० दे० " श्रड़बड़" । अरबराना- क्रि० प्र० १. घबराना । २. चलने में लड़खड़ाना | अरबरी - संज्ञा स्त्री० घबराहट । अरबी - वि० [फा०] अरब देश का । संज्ञा पुं० १. अरबी घोड़ा । ताज़ी । 'ऐराकी । २. अरबी ऊँट । ३. अरबी बाजा । ताशा ।

अरमान -संज्ञा पुं० इच्छा । लालसा । अरर - अव्य० अत्यंत व्यग्रता तथा अचंभे का सूचक शब्द । अरराना- क्रि०भ० श्रररर शब्द करना । टूटने या गिरने का शब्द करना । अरवा - संज्ञा पुं० वह चावल जो कच्चे अर्थात् बिना उबाले धान से निकाला जाय । संज्ञा पुं० श्राला । ताखा । अरविंद - संज्ञा पुं० कमल । अरवी - संज्ञा स्त्री० एक कंद जो तर- कारी के रूप में खाया जाता है । अरस-संज्ञा पुं० श्रालस्य । अरसना - क्रि० अ० शिथिल पड़ना । अरसना परसना - क्रि०ल० मिलना । भेंटना । ५६ अरिहा अरसा - संज्ञा पुं० १. समय । २. देर । विलंब | अरसी - संज्ञा स्त्री० दे० "अलसी" । श्ररहट - संज्ञा पुं० रहट नामक यंत्र जिससे कुएँ से पानी निकालते हैं । अरहर - संज्ञा स्त्री० दो दल के दानों का एक अनाज जिसकी दाल खाई जाती है । श्रराक - संज्ञा पुं० १. एक देश जो अरब में है । २. वहाँ का घोड़ा । श्रराजक - वि० राजा का विरोधी । अराजकता -संज्ञा स्त्री० अशांति । हलचल । राति -संज्ञा पुं० शत्र । अराधन-संज्ञा पुं० दे० " आराधन" । श्रराम + - संज्ञा पुं० दे० " श्राराम" | अरारुट-संज्ञा पुं० एक पौधा जिसके कंद का श्राटा तीखुर की तरह काम में आता है। अरारोट -संज्ञा पुं० दे० "श्ररारूट" | अराल - वि० कुटिल | टेढ़ा | संज्ञा पुं० १ राल । २. मत्त हाथी । अरावल -संज्ञा पुं० दे० "हरावल" | अरि-संज्ञा पुं० शत्रु, | बैरी 1 श्ररियाना- क्रि० स० घरे कहकर बोलना | तिरस्कार करना । रिल - संज्ञा पुं० सोलह मात्राओं का एक छंद । श्ररिष्ट संज्ञा पुं० १. दुःख । २. आपत्ति । ३. दुष्ट ग्रहों का योग । ४. एक प्रकार का मद्य । ५. काढा । श्ररिष्टनेमि -संज्ञा पुं० १. कश्यप प्रजा- पति का एक नाम । २. उनका एक पुत्र । अरस-परस-संज्ञा पुं० [सं० स्पर्श ] श्ररिहा - वि० शत्रु का नाश करने- लड़कों का एक खेल । हुधा हुई ।