पृष्ठ:बा और बापू.djvu/३१

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30 बा और बापू सारी दुनिया में एक क्षण भी चैन से न बैठने वाला और दूसरो को न बैठने देने वाला बापू के समान कौन है ? बापू को रग-रग को जानने वाली 'बा' को छोड ऐसे एक वाक्य मे उनके चरित्र का इतना सरल और गम्भीर अर्थों वाला बखान और कौन कर सकता है?