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पृष्ठ:बुद्धदेव.djvu/२२०

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थे। महात्मा बुद्धदेव अपने जीवन में शांति का उपदेश करते रहे। बुढ़ापे के कारण-जव उनकी इंँद्रियाँ शिथिल हो गई, तब वे विशेष काल तक देशाटन के लिये नहीं निकल सकते थे; पर फिर भी साल में एक बार वे अवश्य देशाटन के लिये निकला करते थे।

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