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पृष्ठ:बुद्ध और बौद्ध धर्म.djvu/४

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महान् बुद्ध

भारतवर्ष में २६०० वर्ष पूर्व मगध साम्राज्य का बड़ा भारी प्रताप था । यह राज्य आजकल के दक्षिण बिहार में--गंगा के दक्षिण में शोमा नदी तक फैला हुआ था। इसकी राजधानी राज- गृह नगरी थी। इसके उत्तर में प्रवल लिच्छवियों का गणतन्त्र राज्य था । लिच्छवियों की राजधानी वैशाली थी जो गङ्गा के उत्तर में थी।

आज जिसे पूर्वी विहार कहते हैं,वह देश उस समय अङ्ग देश के नाम से विख्यात् था। गङ्गा के उत्तर-पश्चिम के किनारों पर कौशलों का राज्य था, जिसकी प्राचीन राजधानी अयोध्या उजड़ चुकी थी और नवीन राजधानी श्रावस्ती खूब हरी-भरी थी । दक्षिण की ओर काशियों का प्राचीन राज्य था जो इस समय श्रावस्ती के राजाओं के आधीन था। कौशल राज्य के पूर्व की ओर रोहणी नदी के दोनों किनारों पर आमने-सामने दो स्वतन्त्र जातियाँ शासन कर रही थीं। उनमें एक 'शाक्य' और दूसरी “कोली" जाति थी। इन जातियों का स्वातन्त्र्य उनके सामर्थ्य के आधार पर नहीं था; किन्तु मागधों और' लिच्छवियों के साथ की हुई