पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/१२१

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भारत के राजकुमार -भारत के ८१ राजकुमार १-हम ने देखा है कि सन् १८५८ ई० की घोषणा में महारानी ने भारत के राजकुमारों तथा अन्य सर्वसाधारण प्रजा को सम्बोधन किया है। भारत के राजकुमार कौन हैं ? घृटिश भारत तो बृतानिया अधीश के अपने शासन में हैं, जिन को ओर से वायसाराय महोदय भारत पर शासन करते हैं, किन्तु यहां बृटिश भारत की सीमा से बाहर भी बहुत सो भारतीय रियासत हैं जिन्हें कभी कभी सुरक्षित रियासतें भी कहा जाता है। इनमें से बहुत सी बड़ी बड़ी रियासतें दो सौ साल पहले अर्थात् औरंगजेब को मृत्यु के उपरान्त मुग़ल साम्राज्य टूट जाने पर स्थापित हुई थी, और कई विशेषत: वह जो राजपूताने में हैं, एक सहस्र वर्ष अथवा इससे भी प्राचीन हैं। इन रियासतों पर उनके स्वामो राजा वा नवाब शासन करते हैं। यह सब "भारत के राजकुमार" कहलाते हैं। इनके प्रदेश सुविस्तृत वृतानिया साम्राज्य के ऐसे ही भाग हैं, जैसा कि बृटिश भारत और वह सब बृतानिया अधीश को अपना सम्राट स्वीकार करते हैं। २-भारत में प्रायः ७०० देशी रियासतें हैं। जो भारत के प्रायः एक तोहाई भाग पर विस्तृत हैं। इनमें सात करोड़ के लगभग प्रजा बास करती है, जो समस्त भारतीय प्रजा का से तक है। यह रियासतें भिन्न भिन्न परिमाण की हैं। इनमें से सबसे छोटी रियासत लावा राजपूताने में है। उसका परिमाण १६ बर्ग (मुरब्बा ) मील है। सब से बड़ो रियासत हैदराबाद दक्षिण में है ; जो अपने विस्तार के विचार से पक देश का देश है और परिमाण में