पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/३०५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

Plate LXXV. लिपिपत्र ७५वां. बानो और उससे निकली हुई लिपियों के माचीन और नवीन शैली के अंक. प्राचीन शैली के अंक (१००० में ७०००० तक, और मिश्रक). भामाधार नाभिक वाकाटकों सेगम वामपन सपूकीसवी संम दूसरोम-शीचररी नाही. शादी साब्दी. मित्र अक. भित्र भिन्न शिलालेख और दानपत्रों से. कीवी १.०० T गाव g १००१/T- २००० २८ Ho? १७ ११ f 97 ३००० ४००० TE १००२/T: ११.१/TM १७००/Tan poop Tos १०००१/- १००० क २९८ म°3 २८er ३९ 21%D | ३.१ | F- ४५ पूर ४२८ अमृत ५२/6%3D ५३८/TNE 17ero 147 V१३ 23 मा3( Fe tooo 97 १०८ य १०००० १८ १० ११००० FAT २४४००/ TORY २००००० १३ २०१० 94 2010 ५५ बाबी में निकली हुई लिपियां के नवीन शैम्नी के अंक (१ मे तक और .) गर्म- पुष्कर म गावाट प्रतिहार प्रनिरन दमिक करमण के मामभर के व'क बामपषभ दामपन मे. देवम अंगपुर म0101.म. ११ नत्रम 1.00 प्रमिशन प्रभिहार प्रभिहार दभिवो भाज भाजदं भोपाल दानपग लगाम कलम केसस

  • F4E. म र म १०

कपासपास ४५ rey ? २ » w por 55% So ३ 8 । Got n 13 77 het VVO ru a G 2 o 0 o