पृष्ठ:भारतीय प्राचीन लिपिमाला.djvu/३०६

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.१११ 2 wool of a no सेखों से Plate LXXVI लिपिपत्र ७६वां. ब्राह्मी से निकलो हु लिपियों के तबा खरोष्ठी लिपि के चंक, ब्राह्मो से निकली हुई लिपियों के नवीन शैली के अंक (१ मे तक और .), भिशारा परमार कारि कसरि मूलराज पराजिन भोजकूर्म-कर्ण के दान वितोपासनामदेव सिसिचित पुसकों से पजमेर के दाभपस कंदानपत्र मसकस पसं. कामपच 7. २०.केपणाशीके मनाब्दी पासपात पुसक के.एशकों से. एनकी. १११ 721\११ २ २ १२२ 2 २३२3 ११ ४४ ४४ 11 not u ६६६६६ 2 १219 ११, 6 ng a les 9 N O O O o ब्राधी से निकली हुई लिपियों के क. खरोही लिपि के क. धारा लिपिक नंबम-कमी बंगला शिपिके सेवा में संगवानपी. स.की एक. पार्थिवावीर कुम्न नियों के १.म.बीवी में कीएवींरेम को समय के भिन्न भिनसंखों में चौर १२वी १७वा माटी मसवीं १५ मनादी मनाम्दी मनाम्दी 172. 33 २333 १० 2331. ३ 3333 333/.. ४ ९९९ ४ 3333 ५ ५५ roul 3333 3 ११ ए 311) **** d 2

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