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भारतेन्दु- नाटाकली
से "धर्मअशोक" कहलाया, बहुत तेज था, उज्जैन का नाजिमथा । वहाँ के एक सेठ * की लड़की देवी उससे ब्याही थी, उसी
से महेंद्र लड़का और संघमिता ( जिसे सुमित्रा भी कहते हैं)
लड़की हुई थी।
से "धर्मअशोक" कहलाया, बहुत तेज था, उज्जैन का नाजिमथा । वहाँ के एक सेठ * की लड़की देवी उससे ब्याही थी, उसी
से महेंद्र लड़का और संघमिता ( जिसे सुमित्रा भी कहते हैं)
लड़की हुई थी।