पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/२९१

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भारत में अंगरेज़ी राज

भारत में अंगरेजी राज विखकुल एक नई तरह का काम है, और अभी तक इसमें खूब बारचर्यजनक सफलता प्राप्त हुई है। मैं समझता हूँ, तीन और पड़ाव में हम दिल्ली के बहुत नज़दीक पहुँच जायेंगे।" निस्सन्देह संसार के सैनिक इतिहास में जनरल लेक की ये . सब विजय "बिलकुल एक नई ही तरह की" चाँदी और सोने बिजय थीं। सींधिया के श्रादमियों के ऊपर इस की गोलियां ___ युद्ध भर में लोहे की गोलियों के स्थान पर जनरल लेक खूब जो खोलकर चाँदी और सोने की गोलियाँ चला रहा था, और सींधिया के विदेशी नौकरों की दगा और भारत वासियों में राष्ट्रीय भाव के शोकजनक अभाव के कारण लेक को "खूब आश्चर्यजनक सफलता" प्राप्त हो रही थी। यही लेक का "गुप्त उपाय" था। देहलो में लुई बौरगुइन नामक एक फ्रान्सीसी के मातहत सींधिया की एक ज़बरदस्त सेना रहती थी, लुई बोरगुहन " जिसके साथ एक बहुत बड़ा तोपखामा था। मालूम होता है, इस लुई बौरगुइन ने सींधिया के साथ विश्वासघात ."We arrived here (Kaunga) this morning, and found a very strong httle fort, which would have caused delay and trouble had not the troops evacuated in the day after the tall of Aligarh, . . "I think when you hear the SECRET manner in which thinge have been conducted you will be much pleased, stisguste anew work in the army, and has sucoseded hstherto wonderfully well. I think to be very near Delhi In three more marches "-General Lake's letter, marked 'Private' dated September 8th, 1803, to the Governor-General