पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/२९०

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साम्राज्य विस्तार

उपाय साम्राज्य विस्तार अलीगढ़ के पतन के बाद पैरों ने सीधिया को मौकरी छोड़ दो। जनरल लेक के लिए अब सींधिया के शेष उत्तरी इलाके पर कब्ज़ा करना और भी सरल हो गया । गवरमर लेक के गुप्त जनरल ने लेक को लिखा कि श्राप अलीगढ़ के बाद सीधिया की राजधानी ग्वालियर पर हमला करें। ग्वालियर में सींधिया के नायब अम्बाजी के साथ लेक का गुप्त पत्र व्यवहार जारी था, किन्तु अम्बाजी अभी तक सींधिया के साथ विश्वासघात के लिए राज़ीन हुआ था। इसलिए लेक को गवालियर की ओर बढ़ने की हिम्मत न हो सकी। उधर दिल्ली में सम्राट शाह आलम के साथ गवरनर जनरल का पत्र व्यवहार जारी था । २६ अगस्त को कोयल में जनरल लेक को मुगल सम्राट की ओर से एक पत्र लिखा । तुरन्त जनरल लेक ने अलीगढ़ लेने के बाद दिल्ली की ओर बढ़ने का निश्चय कर लिया। मार्ग में कौङ्गा का किला था । = सितम्बर को जनरल लेक ने कौङ्गा के किले पर कब्जा किया। उसी दिन कौड़ा से जनरल लेक ने गवरनर जनरल को एक 'प्राइवेट' पत्र में लिखा- ___ "हम लोग माज सुबह यहाँ पहुंचे और हमें एक बहुत मज़बूत छोटा सा किला मिखा । यदि अलीगढ़ के पतन के अगले ही दिन यहाँ को सेना स्वयं किला छोड़ कर न चली गई होती तो हमें देर बगती और मुसीबत ____ "मैं सोचता हूँ कि अब माप सुनेंगे कि किस 'गुप्त उपाय" से यह सब काम किया जा रहा है तो आप बहुत प्रसन्न होंगे । सेना के इतिहास में यह