०२० भारत में अंगरेजी राज "यदि हो सका तो मैं अम्बाजी के साथ लाने से बचने का प्रपत्र करूँगा । क्योंकि मुझे यह मालूम होता है कि यदि हम अम्बाजी और होबकर के साथ बहाई प्रारम्भ कर दें और यदि होलकर हमारे साथ सपने का फैसला कर ले, तो सम्भव है कि और बहुत सी शक्तियों के साथ भी हमें अपना पर जाय, और एक बहुन सम्बे और शायद सर्वव्यापी युद्ध में हमें प्रवेश करना पड़े इससे निस्सन्देह हमें जहाँ तक हो सके बचना चाहिए। साथ ही मुझे बहार है कि जब तक अम्बाजी और होलकर को मिटा न दिया जायगा, तब तक स्थायी शान्ति को आशा नहीं की जा सकती।"* इसी समय जसवन्तराव होलकर को पता चला कि जनरल लेक उनकी सेना के तीन यूरोपियन अफसरों होलकर की की के साथ, जिनके नाम कप्तान विकर्स, कप्तान दूरदर्शिता टॉड और कप्तान रायन थे, गुप्त साज़िश कर रहा था। इतिहास लेखक प्राण्ट डफ़ ने अपनी पुस्तक के पृष्ठ ५८६ be obtained the army under Your Excellency's command should speedily be formed in such a manner Jaswant Rao Holkar, . will anxiously solicit the countenance and favour of our Government "-Marquess Wellesley's letter to General Lake, marked 'Secret, ' dated 17th January, 1804 • "Ishall endeavour to avoid hostilities with Ambayee, if possible, as it appears to me if we commence awar with him and Holkar, should he choose to be inimical to us, it might bring on a war with many other powers and lead us into a very long and perhaps a general war, which of course shall if possible be avoided at the same time Imuch fear all Ambayee and Holkar are annihilated that permanent peace cannot be expected "-General Lake to Marquess Wellesley, dated 4th February, 1804
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