पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/४४७

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प्रथम लॉर्ड मिण्टो

प्रथम लॉर्ड मिण्टो ५१ "कम्पनी इस सेवा से बदले मे वादा करे कि या तो उस समय तक जिस समय तक कि यह सन्धि कायम रहे कम्पनी ईरान के बादशाह को सीन बाख रुपए सालाना की सहायता देती रहे और या xxx ईरान के बादशाह को किसी समय भी जो x x x असाधारण खर्च करना पड़े, कम्पनी उसका एक हिस्सा, जो अधिक से अधिक एक तिहाई हो, अदा करे।" इसके अलावा ज़मानशाह के खिलाफ़ अफगानिस्तान में उपद्रव खड़े करना भी ज़रूरी था। ज़मानशाह के दो शाहशुजा को निर्वासित भाई महमूद और शुजा उन दिनों भड़काना ईरान में रहते थे। मैलकम को इन दोनों के साथ साज़िश करने के लिए कहा गया । इसी पत्र में गवरनर जनरल ने उसको लिखा- ___"xxx ज़मान खाँ को रोके रखने के लिए जो अनेक उपाय काम में लाए जा सकते हैं, उन पर विचार करते हुए श्राप स्वभावतः उन उपायों की ओर भी उचित ध्यान "गे, जो ज़मान खाँ के उन निर्वासित भाइयों द्वारा किए जा सकते हैं जो इस समय बाबा खाँ की शरण में ईरान में रहते हैं।" मैलकम के ईरान भेजे जाने का एक और उद्देश जमानशाह के बल इत्यादि का ठीक ठीक पता लगाना भी था। मैलकम के भेजे मैलकम को आदेश दिया गया-- जाने का उद्देश ___"बाबा खाँ के दरबार मे रहते समय आप जमान- शाह के बल और उसके वसीलों और अपने विविध पड़ोसियों के साथ उसके राजनैतिक सम्बन्धों के ठीक ठीक पता लगाने का प्रयत्न कीजियेगा और कोई न