सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/५३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

HARE टोपू निदान के शिवाति मोर टीपू स मोर उस सिंहासन की बीमारी क र इसके सौन्दर्य और सुख से व हसकी गर्दन जमुरंदों की बनी रहतीच बीच में तीन पंलियों का बीच की दवा विसके सिरे पर सोना महा था और किसने क र दी है। मोर के सिर पर स्थान प र पर एक मोती था। पह और रामी बचियों पर विनसे दोनों ओर बोटे छोटे मो और वीरंग- पहन की बस के समान है जो कि सर जैसाब [हेनरी बेचविष का ५ काdि atha shetata ]