पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/७००

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भारत में अंगरेज़ी राज

१०६६ भारत में अंगरेजी राज कर लेना चाहिए, जिनसं हमारे विरुद्ध उनकी शत्रुता भपकने की सम्भावना हो, बल्कि हमें उनके साथ मित्रता कायम करनी चाहिएxxx" ___“जिन बातों का पता लगाना है यदि वे कतई जरूरी हो और खुले तौर पर ईमानदारी के साथ उनका पता नहीं लगाया जा सकता तो मैं समझता हूँ कि मामूली तरीके से गुप्तचर भेज कर चुपचाप पता लगा लेना चाहिए, और दूसरों को धोखा नहीं देना चाहिए, क्योंकि हमारा असली उद्देश कुछ और है और ऊपर से हम बहाना दूसरा ले रहे हैं, जब कि हम जानते हैं कि सही बात कहने से हमें इजाज़त न मिलेगी।"8 _____ सर चार्ल्स मेटकॉफ़ के इन शब्दों के बाद इस सम्बन्ध में बेण्टिक के कपट के और अधिक प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। सिन्धु नदी की सरवे के साथ साथ एक दूसरी योजना इस समय यह हो रही थी कि काबुल में कम्पनो सिन्धु नदी की ___का एक व्यापारिक एजण्ट रहा करे। मेटकॉफ़ सरवे ने इस योजना का भी विरोध किया। इतिहास लेखक के लिखता है- "सिन्धु नदी की सरवे और काबुल में व्यापारिक एजेन्सी का कायम करना, ये दोनों मानों भावी अनान युद्ध के महाकाव्य की प्रस्तावना थीं।" • “It the information wanted is Indispensable, and can not be obtained by fair and open means, it ought, I conceive, to be sought by the usual mode of sending unacknowledged emassaries, and not by a decentful application for apassage under the fictitious pretence of one purpose when the real object Is another, which we know would not be nanctioned "--Kaye's Selections from the Writings of Lord Metcalf, pp 211-217