सिराजुद्दौला चट कर लिए । अब मीर जाफ़र को बदनाम करना उसके लिए जरूरी हो गया। इसलिए कम्पनी के डाइरेक्टरों के नाम उसने एक लम्बा पत्र लिखा, जिसमें मीर जाफर को उसने घोर अन्यायी और हत्यारा क्यान किया और अनेक ऐसे पुरुषों और स्त्रियों की एक सूची साथ में दी, जिन्हें वह लिखता है कि मीर जाफर ने बेकसूर मार डाला । प्रत्येक पुरुष के पिता का नाम और प्रत्येक स्त्री के पति का नाम सूची में दिया गया ! छोटी से छोटी तफ़सील तक इन हत्याओं की हॉलवेल के पत्र में मौजूद है। इसके कई साल बाद क्लाइव और उसके साथियों ने डाइरेक्टरों को एक और पत्र भेजा जिसमें उन्होंने बताया कि मीर जाफर पर जितने इलज़ाम हॉलवेल ने लगाए हैं वे सब मर से पाँव तक झूठे हैं और जिन पुरुष स्त्रियों की सूची हॉलवेल ने अपने पत्र में दी है यह कह कर कि मीर जाफर ने इन लोगो को बेकसूर मारडाला उनमें से दो को छोड़कर बाकी नव अभी तक जिंदा हैं !* ___ फिर भी सिराजुद्दौला को बदनाम करने और अपने देशवासियों के काले कारनामो पर मुलम्मा फेरने के लिए उस समय से आज तक अंगरेज इतिहास लेखकों ने हॉलवेल की ब्लैक होल नामक कल्पना ले पूरा फायदा उठाया है। अंगरेजी स्कूलों की समस्त पाठ्य पुस्तकों में, जिनमें कि अंगरेजों के ऊपर सिराजुद्दौला के वेशुमार अहसानों का कहीं जिक्र नहीं, उनमें यह किस्सा सञ्चा कह कर बयान किया जाता है।
- Letter to the Drectors, dated 1st October. 1765, ty Cure and others.