पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/६८०

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बारवाँ अध्याय सर जॉन शोर { १७६३-१७६८ ] मर जॉन शोर वारन हेस्टिग्स के समय में बंगाल के अन्दर कम्पनो का एक मामूली नौकर रह चुका था। सर जॉन शार का वारत हेस्टिग्स का वह पट शिष्य था और वारन नियुक्ति हेस्टिंग्स हो के ज़रिये उसने इतनी तरक्की की। इंगलिस्तान के मन्त्रियों और कम्पनी के डाइरेक्टरों ने मिलकर जिस समय सर जॉन शोर को गवरनर जनरल बनाकर भेजने का इरादा किया उस समय पार्लिमेण्ट में वारन हेस्टिंग्स के ऊपर मुकदमा चल रहा था। एडमण्ड बर्क उस मुकदमे में सरकारो वकील था। बर्क ने कम्पनी के डाइरेक्टरों को लिखा- _f x x x हमें पता लगा है कि जिन जुर्मों का इलज़ाम वारन हेस्टिंग्स