पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/७२७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
४४३
विल्सली और निजा़म

वेल्सली और निजाम छिपा कर और उसके साथ दगा करके उसका बल बढ़ाना चाहता था। सोधे शब्दों में इस वाक्य का मतलब था "निजाम की हुकूमत का अन्त हो जाये।" और आगे चल कर वेल्सली लिखता है- "मैं एक कहीं अधिक बड़ी तजवीज़ नमाम रियासतों के साथ इसी तरह की सन्धियाँ करने की कर रहा हूँ, और इस समय की तजवीज केवन उस बड़ी तजवीज़ का एक हिस्सा है। x x x मेरा खयाल है कि जो फौज हैदराबाद भेजनी है, उसे जमा करने के लिए सब से अच्छी जगह गुएटूर होगी x x x इस बात को गुप्त रखने की अत्यन्त कष्टी में कड़ी अहतियात की जावे }xxxजो जगह आप तय करें उसकी सूचना हैदराबाद के कायम मुक्काम रेजिडेण्ट को दे देना आवश्यक होगा, ताकि वह कमाण्डिङ्ग अफसर के साथ पन्न व्यवहार कर सके !xxx अपनी तमाम काररवाई श्राप पूना और हैदराबाद के रेज़िडण्टों को लिखते रहे, किन्तु कंवल उनकी अपनी सूचना के लिए, उन्हे जिग्य भेजें कि वे अपने यहाँ के दरवारों को इसकी खबर न होने दे।"* जनरल हैरिस के नाम १४ अगस्त के पत्र में चेल्सली ने लिखा- " x x x मेरे १६ जुलाई के पन से श्रापको पता चल गया होगा कि

  • AroinectAcurrore the Viram to come deerer of I nd

power The Reture forums part of a much more plan for the establishment of ur alittine' . , hr test position tor ussembling tle troops desired for Hrderabad, world be tn the trunter treat the most strict attention to secret m the whole of tius proceeding 1ou will communicate the whole proceeding to the Re52deatsar Piroma and Ilyderabad for their information only and rot to be impared in they respective Courts "-firquess of walleel to Generas Hars 15th Taly, 1798