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भारत में अंगरेज़ी राज


पूना में वेल्सली को सफलता न हो सकी। गो कि नाना फडनवीस उस समय कैद में था फिर भी पूना दरबार अभी तक हैदराबाद दरबार की तरह राजनीति शून्य था चरित्र शून्य न हो पाया था।पूना दरवार में अभी तक ऐसे जागरूक और दूरदर्शी नीतिज्ञ मौजूद थे जी अंगरेजों की चालों में इतनी आसानी से न आ सकते थे।