[वर्ष १६ १५८ भूगोल इस राज्य का क्षेत्रफल १६,४३४ वर्गमील है नवाब ने ब्रिटिश सरकार सहायता अफगानिस्तान जिसमें से ९८८० मील रेगिस्तान है । नदी के किनारे के युद्धों में की जिसके इनाम में सबजलकोट और किनारे पाठ से चौदह मील तक चौड़ी एक कछारी भोंठा के जिले दिये गये । साथ ही नवाब को एक लाख भूमि की पट्टी है । इसी पट्टी में खेती होती है । राज्य सालाना की पेंशन मिली । १८६३-६६ तक राज्य में के मध्यवर्ती भाग में पहाड़ियाँ हैं और पूर्व की ओर उथल पुथल रही यह उथल पुथल नवाब के सख्ती मरु प्रदेश हैं । राज्य में १०० फिट से ५०० फुट के कारण थी। उसे नवाब ने दबा दिया । १८६६ ई० तक बालू के टोले हैं। यहाँ की जनसंख्या ९,८४,६१२ में नवाब की एकाएक मृत्यु हो गई और उनके पुत्र । भावलपुर नगर इस राज्य की राजधानी है। सादिक मुहम्मद खां गही पर बैठे । इस समय नवाब यहाँ की जनसंख्या लगभग १५ हजार है । भावलपुर की अवस्था केवल चार साल की थी। इस लिये नगर में रेशम के कपड़े बुनने का एक कारखाना हैं। राज्य की रक्षा के लिये अँग्रज सरकार ने अपना राज्य के अन्दर कई एक नहरें बनाई गई हैं । सतलज इन्तजाम किया। १८७९ ई० में नवाब के बालिग होने में समानान्तर दो नहरें बना दी गई हैं । इनके सिवा पर राज्य को बागडोर नवाब के हाथों में दे दी गई। दो और दूसरी नहरें ११३ मील लम्बी और दूसरो नवाब ६ मेम्बरों की सभा की सहायता से राज्य ७७ मील है। ये नहरें सिंचाई का काम देती हैं । करता है । जिनका निकालना या रखना नवाब के राज्य के अन्दर इन्डस वैलो स्टेट रेलवे है। भावल अधिकार के बाहर है और उसे भारत सरकार ही पुर में सतलज नदी पर एक सुन्दर पुल बना है। कर सकती है । सरहद पर युद्ध के समय में नवाब भावलपुर के नवाब सिंध से आये । जब दुर्रानी सदैव बड़ी सहायता करते हैं । राज्य का अन्त हो रहा था और शुजा काबुल से नवाब भावलपुर की गिन्ती पंजाब के सर्दारों में निकाला गया। उस समय भावलपुर का स्वतंत्र गज्य तीसरा स्थान है। महाराज पटियाला के बाद आपही बना । महाराज रणजीत सिंह की उन्नति देखकर का नम्बर है। नवाब किसी प्रकार का कर नहीं देता भावल खाँ को नवाब ने कई बार अंग्रेजों से प्रार्थना और नवाब के राज्य को आय ३५,६३,००० रुपये की कि अँग्रेज सरकार उसे अपनी आधीनता में सालाना है । नवाब के पास १२ तोप, ६६ तोप चलाने ले ले और उसकी रक्षा करे । सबसे पहली संधि वाले ३०० सवार और २४९३ पैदल सिपाही और १८३३ ई० में हुई । इससे नवाब अपने राज्य के अन्दर पुलीस हैं । भावलपुर राजधानी के चारों ओर मिट्टी को स्वतन्त्र होगया और सिंध और सतलज में आने दीवाल है और नवाब का महल वर्गाकार है। हाल जाने का अधिकार भी उसे मिल गया । १८३८ में ६० फीट लम्बा और ५६ फीट ऊँचा है। अन्दर दूसरी संधि के अनुसार काबुल शाह शुजा को दिया ७० फीट गहरा तहखाना है । ऊपर कमरों की ऊँचाई गया । भावलपुर नगर और राज्य की रक्षा का ११० फीट तक है। राज्य में लाहौर कराची ब्रांच भार ब्रिटिश सरकार ने लिया और भावलपुर और नार्थ वेस्टर्न रेलवे है । राज्य ने प्रतिज्ञा की कि सदैव अँप्रेज सरकार के आधीन रहेगा और ब्रिटिश सरकार की यहाँ के वर्तमान नवाब हिज़ हाईनेस सादिक सलाह से सदैव कार्य करेगा। नवाब बिना ब्रिटिश मुहम्मद खाँ हैं । श्राप १९०४ में पैदा हुये और १९०७ सरकार को आज्ञा के किसी दूसरे राज्य से युद्ध या में गद्दी पर बैठे । आपको १७ तोपों की सलामी दी संधि न करेगा। जाती है।
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