भगान यह पत्र संयुक्तमान्त, अध्यप्रान्त, वरार, विहार, उड़ीसा, पंजाब प्रान्त तथा ग्वालियर, जैपुर, जोधपुर और कोटा राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा हाई, नार्मल और मिडिल स्कूलों में प्रयोग होने के लिये स्वीकृत है । ६४ देशी राज्य-अङ्क वर्ष १६] भाद्रपद सं० १९९६. मिबम्ब थक अङ्क १.५ हैदराबाद की प्रगति वक-श्री जनप्रिय) - हैदराबाद का क्षेत्रफल ८२६९८ वर्गमील है जो पूर्व में वर्धा और गोदावरी उसकी पूर्वीय सीमा का इंगलैंड और स्काटलैंड के संयुक्त क्षेत्र कल से भी एक निर्देश करती हैं । बम्बई प्रांत, धारवाड़, शोलापुर, हजार वर्गमील अधिक बड़ा है। इस प्रकार निजाम अहमदनगर आदि जिलों द्वारा पश्चिमीय रेखा निर्धा- हैदराबाद भारतवीय देशी राज्यों में बड़ा ही नहीं, रित होती है। इसमें दक्षिणी पठार भी सम्मिलित बल्कि एक महान राज्य है। है। जो समुद्री सतह से १८०० फुट ऊँचा है । प्रमुख हैदराबाद की जनसंख्या लगभग १॥ करोड़ है, पर्वत-श्रेणियों में बालाघाट, सह्याद्रि, गैवलगढ़, तथा जो योरुप के हालैंड और वेल्जियम की जनसंख्या नदियों में तुगभद्रा, पूर्णा, पैनगंगा, मंजिरा, भनेर, के बराबर है और डेनमार्क, नार्वे, तथा स्वीडन की भीमा, मूसी, मुनेर प्रसिद्ध हैं । जिनसे कइ छोटे छोटे । 'नसंख्या के योग से भी कहीं अधिक है। इस गाले तथा धारायें प्रवाहित हुई हैं। निजाम सागर, १२९ कम्बे तथा २१:०३७ गांव हैं। उस्मान सागर और हिमायत सागर, आदि कई मीलें हैदराबाद राज्य की उत्तरी सीमा पर ताप्ती, कल- और तालाब इन्हीं नदियों के स्रोत हैं और उनके द्वारा कल निनाद करती हुई, दक्षिण में कृष्णा और तुंगभद्रा, सिंचाई या आबपाशो में कृषकों को बड़ी सुविधायें इसकी सीमा निश्चित करती हुई प्रवाहित हो रही हैं । प्राप्त हो गई हैं। राज्यम -T
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