पृष्ठ:भूगोल.djvu/२०५

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1 राज्य है। यहाँ का क्षेत्रफन्न ४४८ वर्गमील और जनसंख्या यहां के कायस्थ राजा को गोद लेने की सनद मिली १ लाख है । गेहूँ, अफीम, अदरख यहां की प्रधान उपज है । इस राज्य की श्रामदनी १ लाख रु. है। यह राज्य काली वाडरी-यह मध्य भारत की भील एजेन्सी में ८००० रू० कर देता है । यहां के राजपूत राजा ने १८५७ धार का एक राज्य है। इसमें ५ गांव शामिल हैं। इसकी कं ग़दर के समय ब्रिटिश सरकार की बड़ी मदद की थी। श्रामदनी २०००) २० है। यहां का भूमिया राजा ५०० यहां के राजा को : तोपों की सलामी दी जाती है । रु० कर देता है। कांकरेज-या तारा बम्बई की पालनपुर एजेन्सी में कालारा -यह गुजरात के पांडु मेहवास का एक छोटे छोटे राज्यों का एक समूह है। इसका क्षत्रफल ५२० राज्य है। इसका क्षेत्रफल १४ वर्गमील है। इसको श्राम- वर्गमील और जनसंख्या ५०,००० है । इसकी प्राय दनी १२,००० रु. है । यह राज्य १४६० रु. ब्रिटिश ५०,००० रु. है। यह राज्य ५१३० रु. पड़ौदा राज्य को सरकार को और २०० रु. बड़ौदा को कर देता है। कर देता है। काश्मीर और जम्मू - यह राज्य बहुत बड़ा कांकरेज में भिन्न भिन्न २६ राज्य हैं। इनके राजा इसका क्षेत्रफल ८४,२५८ वर्गमोल और जन संख्या ३६, राजपूत हैं जिन्होंने कोगी स्त्रियों से ब्याह कर लिये हैं। ४५.००० है। इस देश का दृश्य बहुत सुन्दर कांकसियाली-यह काठियावाड़ का एक राज्य है । बर्फीली चोटियां, पेड़ों से घिरे हुए पहाड़ी ढाल, शान्त, इसका क्षेत्रफल ७६ वर्गमील है। इसकी जनसंख्या ३०० झीलों और नदियां बड़ी सुहावनी मालूम होती हैं । धान, है। इसकी प्राय १५०० ६० है । यह राज्य ८४ २० गेहूँ, जौ, मटर, मका, अंगूर, और बादाम यहां की उपज प्रिटिश सरकार का और २७ ६० जूनागढ़ का कर देता है। है। यहां की भेड़ बकरियों को ऊन बड़ी मुलायम होती है। कांकर- --यह मध्य प्रान्त के रायपुर जिले में एक करद यहां के शाल, दुशाले दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। कालीन, राज्य है। इसका क्ष भ्रफल ६३६ वर्गमील जनसंख्या कम्बल और दूसरे ऊनी कपड़े भी अच्छे बनते हैं । ७०,००० और अामदनी २०,००० रु. है। धान, कुटकी. इस राज्य की प्राय लगभग १ करोड़ रु० है । यह राज्य कादों, लाख और गोंद यहां की उपज है। यहां के राजा १ बढ़िया घोड़ा, ढाई पसरी पशम और बढ़िया उन और एक अत्यन्त पुराने राजवंश के हैं । तीन जाड़े शाल विटिश सरकार को कर के रूप में देता है । काठी खान देश ( बम्बई प्रान्त ) में एक महवास यहां १६,००० फौज रहती है। यह राज्य महाराजा रंजीत- राज्य है। इसका क्षेत्रफल १२७ वगमील, जनसंख्या सिंह के राज्य में शामिल था। वर्तमान काश्मीर के संस्था. १२,००० है। धान, उर्द, महुआ, लकड़ी, शहद और माम पफ श्री गुनाब सिंह जी उन्हीं के यहां पहले साधारण यहां की उपज है। इसकी आमदनी २५,००० २० सैनिक थे। धीरे धीरे वे अपनी योग्यता से बढ़ते गये और यह राज्य १३० २० ब्रिटिश सरकार को कर देता है। काश्मीर के गवर्नर बना दिये गये । महाराजा रंजीतसिंह काठीवाड़ा-मध्य भारत में भील एजन्सी का एक के मरने के बाद अंग्रेजों और सिक्खों से जो पहली लड़ाई छोटा राज्य है। पहले यहां भील राजा थे। इस समय हुई उसमें अंग्रेज़ों ने ७५ लाख रु. के बदले में काश्मीर यह राजपूत राजा है। यहां का क्षेत्रफल ७० वर्गमील राज्य इस शर्त पर सौंप दिया कि दूसरी लड़ाई में वे और इसकी जनसंख्या ६०६६ और आमदनी ४४,००० नटस्थ रहें । यहां के महाराजा को २१ तोपों की सलामी दी .. है। यहां के वर्तमान नरेश ठाकुर राना ओंकार जाती है । यहाँ की सालाना श्रामदनी २,७०,००,००० रु० है। यहां के वर्तमान शासक हिज़ हाईनेस महाराजा हरी- कानेर-यह काठियावाड़ का एक राज्य है। इसकी जन सिंह जी बहादुर हैं। संख्या ३०० है। इसकी आमदनी ३००० रु. है। यह किशनगढ़-राजपूताना का एक राज्य है। इसका राज्य १६५ रु. बड़ौदा राज्य को कर देता है। क्षेत्रफल ८५८ वर्गमील है। जन-संख्या ८५,७४४ है । कामता खूला-यह मध्य भारत की बुन्देलखंड एजे राज्य की सालाना आय ७,५०,००० रुपये है। यहाँ के न्सी में एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल ४ वर्गमील और वर्तमान नरेश हिज़ हाईनेस उमदई राजहाय वलन्द मकान जनसंख्या १६०० है। इसकी प्रामदनी ४००० रु. है। महाराजाधिराज दीक्षित यज्ञ नारायण सिंह यहादुर हैं ।