पृष्ठ:भूगोल.djvu/२२१

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( २२ ) छोटा सा राज्य है । इसका क्षेत्रफल ३० वर्गमील और जन पलासनी-बम्बई प्रान्त का रेवाकान्त एजेन्सी का एक संख्या २,६४० है। यहां की सालाना आय ५५,००० रु. छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल १२ वर्गमील है और इस है। यहां के शासक अफ़ग़ान हैं और भोपाल के छोटे राज्य में १४ गांव हैं। इस राज्य की सालाना आमदनी घराने के हैं। इस राज्य की नीं। दोस्त मुहम्मद ने डाली ४,७५० रुपया है। यह राज्य २,१३१ रुपये बड़ौदा राज्य को थी। यहां के वर्तमान शासक नवाब मुहम्मद रहीम खाँ हैं। कर देता है। पन्ना-बुन्देलखण्ड एजेन्सी में मध्य भारत का एक पँतल ओरी ----बम्बई प्रान्त में रेवाकान्त एजेन्सी का राज्य है। इस राज्य का क्षेत्रफल २,५६६ वर्गमील और एक छोटा सा राज्य है। इसका क्षेत्रफल ५ वर्गमील है। जन-संख्या २,१२,१३० है। इस राज्य की सालाना प्राय यहां की सालाना आय २,००० रुपये है। ८,९६,००० रु. है। यह राज्य १,६५० रु० मिटिश सरकार पहाड़ी बांका-मय भारत का बुन्देलखंड में को कर देता है। इस राज्य की सेना में २५० सवार,२,४४० एक छोटा सा राज्य है । यह अठ भय्या जागीर के नाम से पैदल और १६ तोप चलाने वाले आदमी हैं। प्रसिद्ध है। इसका क्षेत्रफल ४ वर्गमील और जनसंख्या इस राज्य के शासक राजपूत हैं और वे महाराना क्षत्र १,०४६ है। यहां की सालाना आमदनी ५,००० रु. है। साल के वंशज हैं । १८१७ में यहां के राजा ने ब्रिटिश यह बार गांव की जागीर का एक भाग है। जघ ओरछा के सरकार की सहायता की ते ब्रिटिश सरकार ने इनको गोद दीवान रायसिंह ने अपने पाठ पुत्रों में जागीर बाँटी तो यह लेने की सनद प्रदान की। इस राज्य में हीरा पाया जाता है। एक अलग राज्य हो गया। यहां के शासक बांका पियारजू यहां के महाराज को १३ तापों की सलामी दी जाती के नाम से प्रसिद्ध हैं। इनको गोद लेने की सनद प्राप्त है। है। यहां के बतमान शासक कैप्टन हिज़ हाई नेस महाराजा पहाड़ी सरगीरा-मध्य भारत में सम्भलपुर का एक महेन्द्र सर यादुवेन्द्र सिंह बहादुर के० सी० ए० आई०, राज्य है । यह सम्भलपुर नगर के १५ मील पश्चिम की के. सी. श्राई० ई० हैं। ओर स्थित है। इसका क्षेत्रफल २० वर्गमील और जन- परतापगढ़-राजपूताना में मेवाड़ एजेन्सी का एक संख्या १,६६२ है। यहाँ की मुख्य उपज चावल और गन्ना राज्य है। इसका अफज २६ वर्गमील और जनसंख्या । यह राज्य ब्रिटिश सरकार को १४० रुपमा सालाना कर ७,६५,३६५ है । इस राज्य की सालाना आमदनी देता है। ५,५३,८०० रुपये है। यह राज्य ब्रिटिश सरकार को ५६,८८० पा-काठियावाड़ के गोहेलवार का एक छोटा राज्य रुपये कर देता है। इस राज्य की सेना में २७५ सवार, है। इसमें केवल एक गाँव है। इसकी जन संख्या ४०० ६५० पैदल, १२ तोपें और ४० तोप चलाने वाले हैं । है। इसकी श्रामदनी ३,००० रु० है । यह राज्य ३०७ २० यहाँ के शासक महारावल हैं। ये उदयपुर के बड़े बड़ौदा को और १२ रु० जूनागढ़ को कर देता है। घराने से हैं। अपनी प्रजा को प्राणदण्ड देने का अधिकार पाछे गाम-यह काठियावाड़ के गोहेलवार का एक । महाराज को १५ तेोपों की सलामी दी जाती है। राज्य है। परोन-यह मध्यभारत में गूना सब एजेन्सी का एक पाछं गाम-बम्बई प्रान्त में काठियाड़ के गोहेलवार राज्य है । इस राज्य में ३४ गाँव हैं । इस राज्य की जन का एक छोटा राज्य है। इस राज्य में केवल एक गाँव है। संख्या ७,३१८ है। राज्य की सालाना प्राय १२,०००रु. है। यहाँ की जन-संख्या ३,६५५ है। राज्य की सालाना प्राय यहां के शास: राजपून हैं। इनको १,००० रुपया ३७,००० रु० है । यह राज्य १,२२२ रु. बौदा राज्य को सालाना ब्रिटिश सरकार से मिलता है क्योंकि इन्होंने तांतिया और ६८० रु० जूनागढ़ राज्य को सालाना कर देता है। टोपी को पकड़वाया था। पाटन-जैपुर राज्य में टाउरवती जिले में एक पलाली-यह बम्बई प्रान्त का झालावार काठियावाड़ छोटा सा राज्य है। इसकी जन संख्या ११,८८६ है । यहां का एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल ४ वर्गमील और जन के शासक दिल्ली के तुभर राजाओं के वंशज हैं। जब संख्या ६७१ है। इस राज्य में केवल २ गांव हैं। इस राज्य ग.रियों ने दिल्ली जीता तो इनको निकाल बाहर किया। ये की सालाना श्राय ४८,०० रुपया है । यह राज्य ३५७ रुपये लोग पाकर पाटन में बस गए। तब से ये लोग यहां शांति ब्रिटिश सरकार का और ४६ २० जूनागढ़ को कर देता है। पूर्वक राज्य कर रहे हैं।