पृष्ठ:भूगोल.djvu/२२३

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ज्येष्ठ पुत्र राज्य की सालाना प्रामदनी १७,२५० रुपया है । यह राज्य २०० घुड़सवार और ७३ तो हैं । अकबर के समय में ८६३० रुपया सालाना बड़ौदा राज्य को कर देता है। इस राज्य की स्थापना हुई । सिक्खों की लड़ाई के समय यहाँ के शासक अन्हिलवादा पाटन के हिन्दू हैं। यहाँ के राजा ने अंगरेज़ों की बड़ी मदद की। गदर के समय १२६८ ई० में अम्माउद्दीन ने इनको बर्बाद किया था। १८५७ में भी उसने अंग्रेजों का साथ दिया । इस से यहां यहां के राजा राजपूत हैं। के राज्य का विस्तार बढ़ गया। यहां के राजा जाट हैं। पोइछा-बम्बई प्रान्त में रेवाकांठा एजेंसी का यह इनको ११ सोपों की सलामी दी जाती है। एक छोटा सा राज्य है। इस का क्षेत्रफल ३ वर्गमील है। बजना-काठियावाड़ का एक करद राज्य है। इस इस राज्य की सालाना आमदनी २,४५० रुपया है। यह राज्य में १६ गाँव हैं। जनसंख्या १६,००० है। भामदनी राज्य १,१०१ रुपया बड़ौदा राज्य को कर देता है। ६०,००० रुपया है। ७,६८० रुपया ब्रिटिश सरकार को पोल-बम्बई प्रान्त में गुजरात माहीकांठा एजेंसी कर दिया जाता है। १८०७ में यहाँ एक नवाब और ईस्ट में एक राज्य है। इसका सत्रफल ४२ वर्गमील और इंडिया कम्पनी के बीच में सम्बन्ध स्थापित हो गया । जन-संख्या ६,६२६ है। इस राज्य की आमदनी २८,००० बख्तगढ़-मध्य भारत में भील-एजेन्सी का एक रुपया है । यहां की मुख्य उपज बाजरा, गेहूँ, चना और छोटा राज्य है, इस राज्य में ३५ गाँव हैं। प्राय ५०,००० मक्का है। रुपया है। १६१०२ रु० धार राज्य को कर देने पड़ते हैं । यहां के शासक कन्नौज के अन्तिम राठौर राजा जैचन्द बाल्सीनोर-रेवाकांठा (गुजरात) का एक छोटा राज्य के वंशज हैं । जैचन्द के दो पुत्र शिवजी और स्थनजी थे। है। इसका क्षेत्रफल १८६ वर्गमील है। इसमें ६८ गाँव हैं। मारवाड़ की बुनियाद डाली और छोटे ने ईदर जनसंख्या ५०,००० है। श्राय १,२०,००० रुपया है । राज्य की नींव १२५७ में डाली। ११,६८० रुपया ब्रिटिश सरकार को और ३,६०० रुपया पोरबन्दर-बम्बई प्रान्त में काठियावाड़ के दक्षिण में बड़ौदा राज्य को कर देने पड़ते हैं। यहाँ का मुसलमान यह राज्य स्थित है। यह अरब सागर के तट पर एक लम्बी शासक बाबी कहलाता है। बाबी का अर्थ है ड्योढ़ीवान । पट्टी है जो कहीं भो २४ मील से अधिक चौड़ी नहीं है। श्रारम्भ में यहाँ का राजा मुग़ल दरबार में यही काम करता इस राज्य का क्षेत्रफल ६४२ वर्गमील और जन था। इसलिये वाबी की उपाधि अब तक चली आती है। संख्या १,१६,००० है । इस राज्य की सालाना आमदनी यहाँ के शासक को बिना पोलिटिकल एजेंट की आज्ञा ४०,००,००० रुपया है । यह राज्य ४८,५०४ रु० सालाना लिये फाँसी की सज़ा देने का अधिकार है । उसको । तोपों कर ब्रिटिश सरकार, बड़ौदा राज्य और जूनागढ़ राज्य को की सलामी मिलती है बल्सैन न-पंजाब का एक छोटा पहाड़ी राज्य है। फलटान या फालटन-स.ई प्रान्त में यह सतारा इसका क्षेत्रफल ५७ वर्गमील है। इसमें १५२ गांव हैं। एजेन्सी का एक राज्य है। राज्य का क्षेत्रफल ३६ वर्गमील जनसंख्या ६,००० है। राज्य की आमदनी ५०,००० रुपया और जन-संख्या ११, १२४ है। यहां की सालाना प्रामदनी है। १०८० रुपया ब्रिटिश सरकार को कर देना पड़ता है। १,२६,७२० २० है। राज्य की मुख्य उपज बाजरा, चना, यहाँ के राना राजपूत हैं। नमक और लकड़ी है। यह राज्य १,६०० रुपया सालाना बंसदा-गुजरात में सूरत एजेंसी का एक राज्य है। ब्रिटिश सरकार को कर देता है। इसका क्षेत्रफल ३८४ वर्गमील है। इस राज्य में ८७ गांव फालटन के शासक राजपूत हैं। यहां के राजे दकेन हैं। जनसंख्या ४०,००० है, प्राय २ लाख रुपया है । के प्रथम श्रेणी के हैं । और इन को गोद लेने की सनद यहाँ की जलवायु अच्छी नहीं है लेकिन धान, चना और दाल खूब होती है। सूती फीता, चटाई, पङ्खा, टोकरी और फरीदकोट -सतलज के इस पार का एक राज्य है। कम्बल बुनने का काम होता है। यह राज्य ब्रिटिश सरकार इसका क्षेत्रफल ६१८ वर्गमील है। इसमें १६८ गांव को १,६५० रुपया कर देता है। यहाँ की फौज में १५० हैं । इसकी जनसंख्या १ लाख से ऊपर है । इसकी प्राम- सिपाही और १२ तोप हैं। पहले मरहठों ने यहाँ के राजा को दनी ५ लाख रुपया है । इस राज्य में ६०० पैदल सिपाही, जीत कर, कर वसूल करना प्रारम्भ कर दिया था। १८०२ देता है।