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पृष्ठ:भूगोल.djvu/२२४

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( २५ ) में बसोन की सन्धि के बाद यह कर ब्रिटिश सरकार को भग ४३ इन्च पानी बरसता है इस राज्य की आमदनी मिलने लगा। यहाँ के राजा को फाँसी का अधिकार लगभग १५ करोड़ है। १८२० ई० में जब दावा जी गायक- है। उनको । तोपों की सलामी मिलती है। वाड़ ने बालापुर की लड़ाई में अपूर्व बीरता दिखलाई तभी बन्तवा-यह एक काठियावाड़ के दक्षिण में राज्य है। से गायकवाड़ का उत्थान हुश्रा। मराठों की ओर से इनको इसका क्षेत्रफल २२१ वर्गमील है। जनसंख्या ४०,००० शमशेर यहादुर की उणधि मिली। दिल्ली दरबार में इनका और आमदनी ५ लाख है। यह राज्य बृटिश सरकार को बड़ा नाम हुआ। अनिवार्य शिक्षा, कारबार की उन्नति, २६,७४० रुपये कर्ज देता है। कपास और गमा यहाँ उन्नत विचारों और गस्ती पुस्तकालयों के लिये बड़ौदा राज्य की प्रधान उपज है। इस राज्य में खहर और गाढ़ा बहुत भारतवर्ष भर में प्रसिद्ध है। गायकवाड़ महाराज भारत बुना जाता है। यहाँ के नवाब जनागढ़ के नवाब के के उन दुरदशी राजाओं में से हैं जिन्होंने ब्रिटेन से एक सम्बन्धी हैं। १७४० में यह जागीर जूनागढ़ के नवाब की बार सन्धि करके फिर उनके विरुद्ध कभी तलवार नहीं ओर से मिली थी। १८०७ ई० में पहले पहल बृटिश उठाई । गायकवाड़ महाराज को २१ तोपों को सलामो सरकार से इस राज्य का सम्बन्ध स्थापित हुश्रा था। यहाँ दी जाती है। के नवाय को वाबी कहते हैं। बरवानी-यह मध्य भारत को भील एजेंसी का एक बरौंदा -यह बुन्देलखण्ड में छोटा राज्य है। इसका राज्य है। यह राज्य नर्मदा नदी के बाय किनारे पर स्थित क्षेत्रफल २३८ वर्गमील है, इसमें ६६ गाँव है। जनसंख्या । इसका क्षेत्रफल १,३६२ वर्गमील और जनसंख्या ६० लगभग ७ हजार है। श्रामदनी लगभग ३० हज़ार है। हज़ार है। यहाँ के जंगलों में अच्छी लकड़ी मिलती है। यहाँ के राजपूत राजा को १८०७ ई० में बृटिश सरकार ने जंगल से इस राज्य को १५ हजार रु० की आमदनी होती है। भी मंजूर कर लिया था। बृटिश सरकार की ओर से यहां यहाँ के राजपूत राजा उदयपूर वंश के सम्बन्धी हैं। इनको के राजा को गोद लेने को सनद मिली हुई है। है तोपों की सलामी दी जाती है। बरिया-यह गुजरात प्रान्त में रेवाकान्त का एक करद बसहा-पंजाब के पहाड़ी राज्यों में से एक है। राज्य है। इसका क्षेत्रफल १३०० वर्गमील और जनसंख्या इसका क्षेत्रफल ३,३२० वर्गमील है । जनसंख्या ७० हजार ७० हजार है। राज्य की आमदनी लगभग २ लाख है । है। राज्य को ४० हजार रुपये की आमदनी होती है । यह यहाँ की जलवायु नम और बड़ी रोगग्रस्त रहती है। ज्वार, राज्य ३,१४० रुपया कर देता है। १८४६ ई० में यह राज्य बाजरा, दाल, तेलहन और लकड़ी यहाँ की प्रधान उपज है। यहाँ के राजा को मिला। यह राज्य बृटिश सरकार को ६,३३० रुपया कर देता है। बसोदा-यह भूपाल एजेन्सी का एक छोटा राज्य यहाँ का राजा चौहान राजपूत है। १२४४ ई० में इन इसका क्षेग्रफल २२ वर्गमील और जनसंख्या ८,००० है। राजाओं ने चम्पानेर नगर पर अधिकार जमा लिया और वहां इसकी आमदनी १५,००० रुपया है। पहले यह राजा एक किला बनाया । १८३० ई० में इस राज्य का वृटिश सिन्धिया महाराज को कर देता था। अाजकल यह किसी राज्य के साथ सम्बन्ध स्थापित हो गया। यहाँ के शासक को कर नहीं देता है। यहाँ के नवाब पठान हैं । को महारावल कहते हैं। इनको १ तोपों की सलामी दी बस्तर-मध्य प्रदेश के चाँदा जिले में एक कर जाती है। राज्य है। इसका क्षेत्रफल १३,०६२ वर्गमील है। और बरमारा-गुजरात प्रान्त के महीकान्त प्रदेश में यह जनसंख्या २० हजार है। धान, तेलहन, दाल, कोप्सा, एक छोटा राज्य है । इसकी जनसंख्या लगभग १ हजार लाख और गन्ना यहां की प्रधान उपज है। इस राज्य को राज्य की श्रामदनी लगभग २,००० रु. है। १०० रुपया श्रामदनी ५ लाख है। यहां का राजपूत राजा ३०१० बड़ौदा सरकार को कर दिया जाता है । रुपया बृटिश सरकार का कर देता है। बड़ौदा-बड़ौदा राज्य का सम्बन्ध सीधे बृटिश सर बवेशी-गुजरात के महीकान्त का एक करद राज्य कार से है। इसका क्षेत्रफल ८,५७० वर्गमील और जनसंख्या है। इसकी जनसंख्या ४० हजार और ५० हजार है। २५ लाख है। इस राज्य के भिन्न २ भागों में भिन्न २ ३,३०१ रुपया यह बड़ौदा राज्य को कर देता है। प्रकार का तापक्रम पाया जाता है। वर्ष भर में लग बघात-शिमला के पास पंजाब का एक संरक्षित - 1