पृष्ठ:भूगोल.djvu/२२८

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( २६ ) हजार, प्रामदनी ५० हजार है। यह राज्य बड़ौदा सरकार मलेर कोटला-यह पंजाब का एक नबाबी राज्य है। को २१,०७० रुपया कर देता है। यहां के राजा को राणा इसका क्षेत्रफल १६५ वर्गमील और जन-संख्या ८३,०७७ कहते हैं। है। कपास, गन्ना, अनीम, तम्बाकू, लहसुन, गेहूँ यहां भिमोरा-यह उत्तरी काठियावाड़ में एक छोटा राज्य की प्रधान उपज है। इसकी प्राय ८,५०,००० रुपया है। । इस राज्य में १२ गांव शामिल हैं। इसकी आमदनी यहां की फौज में ७६ घुड़सवार, २०० पैदल और १६ १० हजार रुपया है। यह राज्य ब्रिटिश सरकार को ३१० तोपखाने के सिपाही हैं। यहां के नवाब को ११ तोपों की २० और जूनागढ़ को ६० रु० कर देता है। सलामी दी जाती है। भूपाल-मालवा में एक बड़ा राज्य है, इसका क्षेत्रफल मजपुर-यह काठियावाड़ के झालावाड़ का एक राज्य ६,९२४ वर्गमील और जन-संख्या ७,२६,६५५ है। इस है। इसका क्षेत्रफल ३ वर्गमील और जन-संख्या ६०० है । राज्य में ३,००६ गांव हैं। इसकी आमदनी ८० लाख रु० इस राज्य की आमदनी ४,००० रुपया है। यह ६०३ है। यह राज्य ब्रिटिश सरकार को २ लाख रुपया कर देता रुपया ब्रिटिश सरकार को कर देता है। है। औरङ्गजेब के समय में दास्त महम्मद नामी एक मंडी-यह पंजाब को जालन्धर कमिश्नरी में एक अफगान ने इस राज्य को स्थापित किया था। यहां के राज्य है। इसका क्षेत्रफल ११३६ वर्गमील और जन-संख्या नवाब को ११ तोपों की सलामी मिलती है। २,०७,४६५ है। इसको आमदनी १२,२८,००० रूपया भूटान-पूर्वी हिमालय में एक स्वाधीन राज्य है। है। यह राज्य १ लाख रुपया कर देता है। मंडी का इसका क्षेत्रफल १८ हजार मील और जन-संख्या ३ लाख राजवंश सुकेत के राजवंश की एक शाखा है। यहां के है। यहां के बनों में देवदार बलूट और दूसरे तरह के राजपूत राजा सेन कहलाते हैं। यहां की फौज में ७०० पेड़ मिलते हैं। दारचीनी भी होती है। कुछ लोग मोटे सिपाही और २५ घुड़सवार हैं। यहां के महाराज को कम्बल और सूती कपड़े बनाते हैं, यहां की फौज में लगभग ११ तोपों की सलामी दी जाती है। ६,००० सिपाही हैं। मंडवा-यह बम्बई के संखेड़ा मेहवास का एक राज्य भोइका -यह काठियावाड़ में झालावाद ज़िले का है। इसका क्षेत्रफल १६ वर्गमील और श्रामदनी ४०,००० एक छोटा राज्य है। इसमें तीन गांव शामिल हैं। इसको रुपया है। यह राज्य १,६६० रूपया बड़ौदा को कर आमदनी १५,००० रुपया है। यह राज्य ब्रिटिश सरकार देता है। को १,७६० रुपया और जूनागढ़ को २७६ रुपया कर मंगल --यह पंजाब का एक पहाड़ो राज्य है। इसका देता है। क्षेत्रफल १२ वर्गमील और जन-संख्या १,२४८ । इसकी भोर-यह बम्बई प्रान्त का सतारा एजेन्सी का एक श्रामदनी १४,००० रुपया है। यह राज्य ७० रुपया राज्य है। इसका क्षेत्रफल ११० वर्गमील और जन-संख्या ब्रिटिश सरकार को कर देता है। यहां के राना राजपूत हैं, १३ लाख है, इस राज्य में ४८६ गांव हैं। यहां की प्राम इनके पूर्वज मारवाड़ से आये थे। दनी ५,७०,००० रुपया है। धान और निगलो यहां की मधन-यह पंजाब का एक छोटा राज्य है। यह प्रधान उपज है। यह राज्य ४,६८४ रुपया ब्रिटिश सरकार कांथल के श्राधीन है, इसका क्षेत्रफल १३ वर्गमोल और को कर देता है। यहां के जागीरदार ब्राह्मण जाति के हैं। जन-संख्या ४३१५ है। इसकी आमदनी २,००० रुपया मकराई -यह होशंगाबाद के जिले में एक छोटा राज्य है, यहां के राजा राजपूत हैं। इनके पूर्वज पहले पहल है। इसका क्षेत्रफल २१५ मील और जन-संख्या १७,००० बिलासपुर से पाये थे। है। इसकी प्रामदनी २५,००० रुपया है। यहां के गोंड मगोरी-यह बम्बई के रेवाकान्त का एक छोटा राज्य राजा को किसी प्रकार का कर नहीं देना पड़ता है। है। इसका क्षेत्रफल १२,३६२ एकड़ है, इसकी जन-संख्या मकसूदनगढ़-यह भूपाल एजेन्सी का एक राज्य है। ३,२०० और आमदनी ६,००० रुपया है। यहां के ठाकुर इसका क्षेत्रफल ८१ वर्गमील है जन-संख्या १५,००० और राठौर राजपूत हैं। वे ईदर राज्य को १० रुपया कर देते हैं। आमदनी ३१००० रु० . है । अफ्रीम, गेहूँ, ज्वार, बाजरा महलोग-यह शिमला का एक पहाड़ी राज्य है। यहां की उपज है । यहांके राजा राजपूत हैं । इसका क्षेत्रफल ४८ वर्गमील और जन-संख्या १,०००