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पृष्ठ:भूगोल.djvu/५

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भूगोल [वर्ष १६ इसके अतिरिक्त अल्लोरा की गुफायें, पालमपुर दूर करने का प्रयत्न किया है। आज हैदराबाद की का मन्दिर, इटागी का मन्दिर, नागनाथ मन्दिर,परपनी परिवर्तनशीलता शासन के प्रत्येक अंग में दृष्टिगोचर मन्दिर इत्यादि कई मन्दिर पूर्व काल की झांकी होने की आशा है । शिक्षा, जनस्वास्थ्य, कृषि आदि लिए हुए श्राज भी विद्यमान हैं और कला की दृष्टि विभाग कुछ प्रगतिशील हैं, राजस्व और न्याय विभाग से अपना विशेष स्थान रखते हैं तथा दर्शनार्थियों का में बहुत कुछ परिवर्तन होने के कारण उनमें कुछ हृदय मोह लेते हैं। उन्नति हो गई है। इसी प्रकार आंतरिक उन्नति जैसे हजरतबन्दा नवाब की दरगाह, गुलबर्गा, औरंग- रेल आदि, बहुत ही सुदृढ़ है। शाशन सुधार की नई जेब की बीबी का मकबरा, औरंगाबाद, कुतुबशाही बातों में रेल तथा सड़क, गमनागमन का सहयोग और मसजिद, गोलकुन्डा, अहमदशाह, वहमनी का मकबरा, संबंध स्टेट ब्राडकास्टिंग ( रेडियो) और हवाई जहाज बीदर तथा गोलकुन्डा का किला भी कम दर्शनीय का शिक्षण का पुनर्सङ्गठन, हैदराबाद म्यूनिसिपल स्थान नहीं है । इसमें मुस्लिम वैभव-काल की चित्ता- कमेटी का विधान, निर्वाचित और उत्तरदायी प्रणाली कर्षक कला का दिग्दर्शन होता है। जिला म्यूनिसिपैलिटियों का पुनः संघठन, ग्राम-सुधार हैदराबाद तो अपनी जनसंख्या १,६५,००,००० के लिए केन्द्रीय समिति की स्थापना आदि विशेष के कारण भारतवर्ष में अपना चौथा स्थान उल्लेखनीय हैं । ऋण देकर दास बनाने की प्रचलित रखता है और इसके साथ साथ अाधुनिक भवन- प्रणाली के विरुद्ध कानून, निजाम सागर इलाके में निर्माण कला में नयी दिल्ली का प्रतिद्वन्दी दिखाई शुगर फैक्ट्री ( चीनी मिल ) की स्थापना, सोने की पड़ता है। बागश्राम, अजायबघर, हाइकोर्ट, उस्मा- खानों का अनुसंधान, औद्योगिक और कृषि जीवी निया अस्पताल, यूनानी दवाखाना, स्टेट लायब्ररी, प्रजा के लिए साहुकारी जांच, हिन्दू विवाह रजिस्टर्ड फलकनुमा सिटी कालेज, राज्यभवन आदि हैदरावाद कराने की प्रथा का श्री गणेश, हिन्दुओं को विधवा की प्रख्यात और दर्शनीय इमारतों में से हैं। यहां की विवाह की आज्ञा श्रादि बातें यह बताती हैं कि राज्य चौड़ी चौड़ी सड़कें और आधुनिक बंगले हैदराबाद किस ओर बढ़ रहा है । की शोभा को बढ़ा रहे हैं। वैधानिक प्रगति :- चार मीनार जो कि भारतवर्ष ही नहीं संसार शासन सुधार के संबंध में निजाम सरकार ने गैर में भी अपना सानी नहीं रखता, हैदराबाद के गर्भ सरकारी सदस्यों की बहुमत कमटी नियुक्त की है में चार बड़ी सड़कों और बाजारों के सङ्गम पर अपना जो विविध स्वार्थो के साथ सरकार और जनता का विशाल मस्तक ऊंचा किये हुये अब भी संसार को अधिक सम्पर्क बढ़ाने की उपायों की खोज करेगी और अपने विशाल वैभव, सुख और सम्पत्ति का अहवान अपनी रिपोर्ट देगी। करता है । संभव है इसी कारण यहां के सिक्के पर इसकी छाप दिखाई देती है। इसे मुहम्मद कुलीकुतुब शीघ्र ही पेश होने तथा मातृभाषा द्वारा शिक्षा देने अनिवार्य शिक्षा, प्रेस रेगुलेशनादि कानूनों के शाह सन १५९० में बनाया था। जिसकी चौड़ाई की घोषणा हो चुकी है। उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में और लम्बाई प्रत्येक की १०० फुट और ऊंचाई १८० भी मातृभाषा द्वाग शिक्षा देने पर विचार हो रहा है। सरकार के मंत्रियों की एक कमेंटी बनाई जा रही है औद्योगिक तथा वैज्ञानिक प्रगति जो नौकरी के भरनी के नियमादि पर विचार करेगी। अब तक तो आपने हैदराबाद के भूतकाल और गत वर्षगांठ पर वर्तमान हैदराबाद नरेश ...जा पुरातत्व, प्राकृतिक रचना पर ही दृष्टिपात किया है। को संदेश देते हुये कहा था कि जा पर तलवार, अब हम हैदराबाद की वर्तमान शासन-पद्धति का के द्वारा शासन करने की मेरी इच्छा नहीं है, मैं तो का सिंहावलोकन करते हैं । यह बात नहीं है कि यहाँ उनके हृदय पर राज्य करना चाहता हूँ और प्रजा को को शासन-पद्धति सर्वथा निर्दोष है। इस राज्य ने उनको संतुष्ट तथा सुखी बनाना ही मेरो एकमात्र आकांक्षा है।