यभार एजेन्सी इन्दौर राज्य स्थिति और विस्तार- इन्दौर राज्य या होल्कर का राज्य मध्य भारत के और रास्ते पाये जाते हैं जिनमें से स्नास खास धन- ताला, रामघाट, जाम घाट, घारा घाट इत्यादि मालवा और नीमाड़ प्रदेशों में स्थित है। यह राज्य विध्या श्रेणी में हैं। ग्वालिनघाट जो सेन्दवा के कई बड़े-बड़े टुकड़ों से मिलकर बना है और २१:२२ नाम से अधिक प्रसिद्ध है सतपुड़ा श्रेणी में है। से २४.४० उत्तरी अक्षांशों तथा ७४२२ और ७७३ आगरा-बम्बई सड़क इसी में होकर जाती है । बीजा- पूर्वी देशान्तरों के बीच में स्थित है। इसके उत्तर में गढ़ का प्रसिद्ध किला इसी श्रेणी में है। उदयपुर राज्य, उत्तर-पूर्व में झालावार, पूर्व में गवा- नदियाँ- लियर, देवास, धार और नीमाड़, दक्षिण में खानदेश, इस राज्य में छोटी छोटी बहुत सी नदियां हैं, पश्चिम में गवालियर,बारवानी आदि प्रदेश स्थित हैं। किन्तु मुख्य चम्बल और नर्मदा हैं, शेष सभी इन्दौर राज्य का नाम इसी राज्य के मुख्य नगर उन्हीं की सहायक हैं। चम्बल नदी इस राज्य में इन्दौर पर ही पड़ा है । इन्दौर या इन्दूर, इन्द्रेश्वर ८ मील बहती है और सिपरा, गम्भीर, खान, या इन्द्रपूर से बिगड़ कर बना है। इन्द्रेश्वर का काली सिंध बड़ी और छोटी सभी इसकी सहायक हैं। मन्दिर जिसके पीछे इस नगर का नाम पड़ा अब भी नर्मदा नदी इस राज्य की सबसे बड़ी नदी है । यह नगर के बीचोबीच मौजूद है। राज्य के अन्दर ११६ मील बही है। और वीदा, इस राज्य का विस्तार मध्य भारत के तीन प्राकृ: कुन्डी, देव, गोई, कनार, चोरल, जामनर, गोमी तिक विभाग पठार, पहाड़ी और नीचे बसे हुये प्रदेशों इत्यादि इसकी सहायक नदियाँ हैं। नर्मदा ही में है। इसका क्षेत्रफल ६६०२ वर्गमील, जन-संख्या एक ऐसी नदी इस राज्य में है जिसमें नावें चल १३,२५,०८६ है । रामपूर-भानपूर, महीदपूर और सकती हैं । और दूसरी सभी बड़ी नदियाँ बेकार हैं। इन्दौर के जिले पठार में स्थित हैं, यहाँ की भूमि बहुत वे सिंचाई काम भी नहीं आ सकती क्योंकि उपजाऊ है । जहाँ खेती करने लायक भूमि नहीं उनके किनारे अधिक खड़े और ऊँचे हैं। है वहाँ घास अच्छी उगती है। यहाँ के किसान बड़े परिश्रमी होते हैं और पोस्ते की खेती करने में बड़े नदी अन्दर किनारे के मुख्य नगर चतुर होते हैं। इसी कारण वहाँ पोस्त अधिक लम्बाई होता है। हसलपुर, खरादा, नीमाड़ जिला पहाड़ी प्रदेश में है । यहाँ विन्ध्या- सिपरा ६८ महीदपुर चल और सतपुड़ा दोनों पहाड़ों की श्रेणियां हैं और गम्भीर म्हो घने जङ्गलों से भरपूर हैं। दोनों श्रेणियों के बीच इन्दौर में नर्मदा की घाटी है जहाँ किसान लोग खेती करते काली सिंध (छोटी) ५६ हैं। बाकी जगहों में भील और जङ्गली लोग रहते काली सिंध (बड़ी) हैं जो खेती बहुत कम करते हैं। आलमपुर का नर्मदा और उसकी परगना निचले पहाड़ी प्रदेश में है। यह उपजाऊ सहायक प्रदेश है और मल्हारराव होल्कर की स्मृति भी यहाँ नर्मदा ११६ नेमावार, मन्डलेश्वर, मौजूद है। महेश्वर, चिखाल्दा पहाड़ गोमी पहाड़ों की दो मुख्य श्रेणियाँ विन्ध्याचल और जामनर सतपुड़ा यहाँ स्थित हैं । इन श्रेणियों में पुराने किले वगदी खाटे गांव राज्य के चम्बल १८ खान ३४ कपाथा ४७ २० ३० २०
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