६ भूगोल [वर्ष १६ मोटर, बसे सुन्दर सुविधा जनक, नियमित और शराब बन्दी सस्ती हैं। नये आबकारी तरीके के अनुसार १९३६ से ३७ एयर सर्विस :- तक शराब के दुकानों की संख्या २४५५२ से घटकर सब प्रकार के यातायात में तीब्र प्रगति हो रही १११२८ रह गई है। शराब तथा अफीम का खर्च है। एक ही तंत्र के अन्तर्गत 'एयर सर्विस' ( हवाई कम हो गया है। परन्तु आबकारी की आय १९३२- जहाज़ का आवागमन ) जारी किया जा रहा है। ३३ से १ करोड ८० लाख के बजाय २ करोड़ से हैदराबाद में एयरोड्रोम स्थापित हो चुका है, शिक्षक अधिक हो गई है। शराब बन्दी को और जोर से तथा स्थल स्टाफ नियुक्त हो चुका है। वायुयानिक लागू करने के लिये हिज़ इग्ज़ाल्टेड हायनेस ने १९३५ मशीनें खरीदी जा रही हैं। अन्य एयरोडोम भी में एक मद्य पान निषेध मंडल स्थापित किया और खोजे जाने का विचार चल रहा है । तब से राज्य भर में इस दिशा में अत्यधिक प्रचार हुआ। और शराव तथा अन्य मादक द्रव्यों के लगान में छूट :- इस्तेमाल में काफी कमी हुई है। रेलवे की आय के अतिरिक्त राज्य की आय के कृषि-विभाग का कार्य :- साधनों में मुख्यतः जमीन का लगान, करोड़ गिर आबकारी और जंगलात हैं। पिछले चार वर्षों में इम विभाग ने खोज और प्रयोग दोनों तरफ काफी ध्यान दिया है। कृषि के लिये नये तरीके जारी लगान की आय ३ करोड ६५ लाख के लगभग रही है । इस बीच में कोई लगान वृद्धि नहीं हुई है बल्कि किये गये हैं । एक स्वतत्र 'ग्रीकल्चरल (कृषि) विभाग सरकार ने उल्टी फसल की खराबी आदि के कारण थापित किया गया है और परीक्षा के तौर पर रायचूर ५० लाख वार्षिक माफी दो है। इस लिए कुल मांग और वारंगल में फल और सब्जी के नये वगीचे लगाये २ करोड ९८ लाख और ३ करोड २४ लाख के बीच गये हैं । वारंगल में भी एक फार्म खोला गया और रही है। उक्त साधारण छूट के अलावा हिज़ परमनी में भी मुर्गी पालने का एक फार्म स्थापित इग्जाल्टेड हाइनेस निजाम की रजत जयन्ती के किया गया। अब तो इम्पीरियल एग्रीकल्चरल रिसर्च के सहयोग से कृपिसुधार में बहुत उन्नति हुई है। उपलक्ष में ४० लाख बकाया लगान को रकम छूट में दे दी गई। गन्ना, कपास आदि की किस्म बहुत अच्छी हो गई है। ग्रांटइन एड डिमानट्रेशन फार्मस कृषकों की जमीन अन्य दिक्कत के कारण जिलों में ८ करोड़ २४ पर प्लाटों के प्रदर्शन द्वारा खेतों की उन्नति का कार्य लाख की लगन में मुल्तवो दो गई और सड़कों, हो रहा है। ऐसे फाों की संख्या १९३३ से ४ से जरात, सुधारादि के लिये अकाल फण्ड से ३७ लाख ३७ में १४ और प्रदर्शन प्लाटों की ९६७ से २६४९ रुपये के करीव सहायता दी गई। हो गई है। इस आन्दोलन के फलस्वरूप ३ साल में किसानों को सुविधायें: ३१३२२ एकड़ से बढ़कर ११५३४ - एकड़ में यह किसानों के ऋण के सम्बन्ध में जांच के लिए एक प्रयोग हो रहे हैं। स्पेशल अफसर नियुक्त किया गया है । जो उनकी खनिज पदार्थ स्थायी सुविधायें देने के उपाय सु झारंगा । यह रिपा हैदराबाद खनिज सम्पत्ति में बहुत सम्पन्न है । डैट कान्सिलियेशन मनीलेण्डस और लैण्डमार्टगेज इनमें कोयला सबमें प्रमुख है। सिंगरंनी, तेंदुर और वेंड्स के मसविदे के साथ प्रकाशित हुई है जिसपर सास्टी में ३ कम्पनियों इसका कार्य करती हैं, चौथी विचार हो रहा है। लैण्डएलीनेशन रेगुलेशन कुछ और खुलने वाली है । ३९ से ४२ ल टन तक कोयले । जिलों में लागू किया गया है ताकि व्यापक रूप से की उत्पत्ति होती है। इससे सरकार को ८॥ लाख, लागू किया जा सके। इसी प्रकार रिकार्ड आफ टाइ का मुनाफा मिलता है। और भी खाने हैं, जैसे स का तरीका भी जारी किया गया है । सोना, तांबा, संगमरमर, चुनखड़ी और काला शीशा।
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