सूर्यकुमारी पुस्तकमाला - [१] ज्ञान-योग , पहला खंड अनुवादक-श्रीयुक्त बाबू जगन्मोहन वर्मा जिन श्रीमती महाराज कुँवरानी श्री सूर्यकुमारी की स्मृति में सूर्यकुमारी पुस्तकमाला निकाली जा रही है, उनकी बड़ी अभि- लाषा थी कि सुप्रसिद्ध स्वामी विवेकानन्द जी के सब ग्रंथों,. व्याख्यानों और लेखों आदि का प्रामाणिक हिंदी अनुवाद प्रकाशित हो। इसी लिये इस ग्रंथ माला का पहला ग्रंथ स्वामी विवेकानन्द जी के ज्ञानयोग संबंधी व्याख्यानों का संग्रह है। इसका मूल पाठ मायावती स्मारक संस्करण से लिखा गया है। इसमें स्वामी जी के ज्ञान-योग सम्बन्धी १६ व्याख्यान हैं। पृष्ठ-संख्या ३७१, रेशमी सुंदर जिल्द, मूल्य २॥) [२] करुणा अनुवादक-श्रीयुक्त बाबु रामचंद्र वर्मा . यह परम प्रसिद्ध इतिहासवेत्ता श्रीयुक्त राखालदास बंद्योपा- ध्याय के इसी नाम के ऐतिहासिक उपन्यास का अनुवाद है। इस पुस्तक में आपको गुप्त-कालीन भारत का बहुत अच्छा सामाजिकः तथा राजनीतिक चित्र मिलेगा और आप समझ सकेंगे कि उन
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