पृष्ठ:मध्यकालीन भारतीय संस्कृति.djvu/२६८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

हिंद, भारतीय ज्योतिष अरबी अनुवाद १०५ तक्षण कला-७४, बाहोली के मंदिर की-कर्नर टाड द्वारा उसकी प्रशंसा १७७: फयु जन धारा प्रशंसा १७७ तबरी-एक इतिहासलेखक १०.५ तर्कशास्त्र- -पर मेवल उंकर की सन्सति १०२ तात्पर्यपरिशुद्धि-उदयनाचार्य कृत तामिल भाषा सबसे मुग्थ्य द्रवि भापा १४०-में लिनघों के नाम १४० ता-रेशमी चोगा ५३ तिरयान संबंध २५ तिलकसंजरी-धनपाटपन ८० तीर्थकर-१०, १२, १३ तोटकाप्पियम-तामिल का ना प्राचीन व्याकरण १४० त्यौहार-हिंदुशों में प्राधान्य 45 प्रयी १२३ निकांडोप-पुरुपोत्तम देव हत, अमरकोप का परिशिए कह निवार्चक शारू १२९ त्रिकोणमिति १६७ त्रिमूर्तिया २० दंतकु. १२६ दंट १५५ इंटनीति ९६६ म०-२६