पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/१४१

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( १३६ ) कारक एक० (आदर) बहु० (संख्या) संबंध आपका-के-की आप लोगों का-के-की [ सूचना-इसके शेष रूप इसी प्रकार विभक्तियों के योग से बनते हैं। __२७२-निश्चयवाचक सर्वनामों के दोनों वचनों की कारक-रचना में विकृत रूप आता है। एकवचन में “यह" का विकृत रूप "इस", "वह" का "उस" और "सो" का "तिस” होता है; और बहुवचन में क्रमश: "इन", "उन" और "तिन" आते हैं। इनके विभक्ति-सहित बहुवचन कर्ता के अंत्य "न" में विकल्प से "हो" जोड़ा जाता है; और कर्म तथा संप्रदान-कारकों के बहुवचन में "ए" के पहले "न" में. "ह" मिलाया जाता है। निकटवर्ती “यह" कारक एक० कर्ता यह इसने इनने, इन्होंने । कर्म-संप्रदान इसको, इसे. इनको, इन्हें . . करण-अपादान इससे इनसे इसका-के-की इनका-के-की अधिकरण इसमें इनमें । . दूरवर्ती "वह" .. कर्ता : वह ':, : . उसने उनने, उन्होंने . .. नहु. . संबंध .