( १४८ ) २९८-सब अर्थों के अनुसार पूर्वोक्त कालों के जो सोलह भेद होते हैं, उनके नाम और उदाहरण नीचे दिये जाते हैं- निश्चयार्थ | संभावनार्थ | संदेहार्ध । आज्ञार्थ संकेतार्थ (१) सामान्य (७) संभाव्य (१०) संदिग्ध (१२) प्रत्यक्ष (१४)सामान्य वर्तमान । वर्तमान वर्तमान ! विधि । संकेतार्थ वह चलता है. वह चलता वह चलता तू चल | वह चलता। (२) पूर्ण वर्तमान हो होगा (१३) परोक्ष (१५) अपूर्ण वह चला है (5) संभाव्य (११) संदिग्ध विधि । संकेतार्थ (३) सामान्यभूत भूत - भून तू चलना वह चलना वह चला वह चला हो वह चला होता (४) अपूर्ण भूत (६) संभाव्य होगा (१६) पूर्ण वह चलता था भविष्यत् संकेतार्थ (१) पूर्ण भूत वह चले वह चला होता वह चला था (६) सामान्य भविष्यत् वह चलेगा । (४) पुरुष, लिंग और वचन - प्रयोग २६६-हिंदी क्रियाओं में तीन पुरुष (उत्तम, मध्यम और अन्य), दो लिंग ( पुल्लिंग और स्त्रीलिंग ) और दो वचन (एकवचन और बहुवचन ) होते हैं। उदा०- .
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