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पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/२१७

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(२१२ ) । समय-संज्ञा, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, प्रधान कर्ताकारक, 'है' क्रिया से अन्वितः। : . ' है-स्थितिबोधक अकर्मक क्रिया, कर्तृवाच्य; निश्चयार्थ, सामान्य वर्तमान-काल, अन्यपुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, 'समय' कर्ताकारक से अन्वित; कत्तरिप्रयोग। , ... (२) वाक्य-जो अपने वचन को नहीं पालता, वह विश्वास के योग्य नहीं है। जो-संबंधवाचक सर्वनाम, ‘मनुष्य' संज्ञा की ओर संकेत करता है, अन्यपुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, प्रधान कर्ता- कारक 'पालता' क्रिया का। ... अपने-सर्वनाम, निजवाचक; 'जो'. सर्वनाम की ओर संकेत करता है, अन्यपुरुष, एकवचन, संबंधकारक, संबंधी शब्द 'वचन को'। ___ वचन का-संज्ञा, भाववाचक, पुल्लिंग, एकवचन, सप्रत्यय कर्मकारक, 'पालता' सकर्मक क्रिया से अधिकृत । नहीं-क्रिया-विशेषण,निषेधवाचक, विशेष्य पालता' क्रिया। पालता-क्रिया, सकर्मक, . कर्तृवाच्य, निश्चयार्थ, सामान्य वर्तमानकाल,अन्यपुरुष, पुल्लिंग; एकवचन, 'जो' कर्त्ता से अन्वित, वचन को' कर्म पर अधिकार, कर्त्तरिप्रयोग। 'है' लुप्त है। __ वह--सर्वनाम, निश्चयवाचक 'जो' सर्वनाम की ओर संकेत करता है, अन्यपुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, प्रधान कर्ता- कारक 'है' क्रिया का।