पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/२२०

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( २१५ ) ( क ) जिप्स वाक्य में एक उद्देश्य और एक विधेय रहता है, उसे साधारण वाक्य कहते हैं; जैसे, आज बहुत पानी बरसा। बिजली चमकती है। (ख ) जिस वाक्य में एक मुख्य उद्देश्य और विधेय के सिवा दो वा अधिक समापिका क्रियाएं रहती हैं, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं; जैसे, वह कौनसा मनुष्य है, जिसने महा- प्रतापी राजा भोज का नाम न सुना हो। जव लड़का पाँच बरस का हुआ तब पिता ने उसे मदरसे को भेजा। मिश्र वाक्य के मुख्य उद्देश्य और मुख्य विधेय से जो वाक्य बनता है, उसे मुख्य उपवाक्य और दूसरे वाक्यों को आश्रित उपवाक्य । कहते हैं । श्राश्रित उपवाक्य स्वयं सार्थक नहीं होते, पर मुख्य के साथ 'पाने से उनका अर्थ निकलता है। ऊपर के वाक्यों में "वह कौनसा मनुष्य है", और "तब पिता ने उसे मदरसे को भेजा" मुख्य उपवाक्य हैं और शेष उपवाक्य इनके श्राश्रित होने के कारण प्राश्रित उपवाक्य हैं। (ग) जिस वाक्य में साधारण अथवा मिश्र वाक्यों का मेल रहता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। संयुक्त वाक्य के मुख्य उपवाक्यों को समानाधिकरण उपवाक्य कहते हैं; क्योंकि वे एक दूसरे के आश्रित नहीं रहते। उदा०- ___ - संपूर्ण प्रजा अन शांतिपूर्वक एक दूसरे से व्यवहार करती है और जाति-द्वेष क्रमशः घटता जाता है। (दो साधारण वाक्य )। सिंह में सूधने की शक्ति नहीं होती; इसलिए जब कोई शिकार उसकी दृष्टि के बाहर हो जाता है, तब वह अपनी जगह को लौट प्राता है। (एक साधारण और एक मिश्र वाक्य )।