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पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/५१

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११२--प्रश्न करने के लिए जिन सर्वनामों का उपयोग होता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। ये दो हैं-कौन और क्या।

११३--"कौन" और "क्या" के प्रयोगों में साधारण अंतर वही है जो "कोई" और "कुछ' के प्रयोगों में है। "कौन” प्राणियों के लिए और विशेष कर मनुष्यों के लिए और "क्या" क्षुद्र प्राणी, पदार्थ वा धर्म के लिए आता है; जैसे, "हे महाराज, आप कौन हैं ?” “यह आशीर्वाद किसने दिया?" "तुम क्या कर सकते हो?" "क्या है?"

११४-"कौन" का प्रयोग नीचे लिखे अर्थो में होता है---

(अ) निर्धारण के अर्थ में "कौन" प्राणी, पदार्थ और धर्म तीनों के लिए आता है; जैसे---

"हरिश्चंद्र---तो हम एक नियम पर बिकेंगे?" "धर्म---वह कौन?” “इसमें पाप कौन है और पुण्य कौन है?" "यह कौन है जो मेरे अंचल को नहीं छोड़ता!"

(आ) तिरस्कार के लिए; जैसे, "रोकनेवाली तुम कौन हो!" "कौन जाने?” "स्वर्ग कौन कहे, आपने अपने सत्यबल से ब्रह्म-पद पाया।"

(इ) आश्चर्य अथवा दुःख में; जैसे; "अरे ! हमारी बात का यह उत्तर कौन देता है ?" "अरे ! आज मुझे किसने लूट लिया।"