()"अमुक' का प्रयोग "कोई एक" के अर्थ में होता है; जैसे. "आदमी यह नहीं कहते कि अमुक बात, अमुक राय या अमुक सम्मति निर्दोष है।" "अमुक" का पर्याय- वाची "फलाना” ( उर्दू-फलाँ ) है। (१०) "कै" का अर्थ प्रश्नवाचक विशेषण "कितने" के समान है। इसका प्रयोग सर्वनाम की नाई क्वचित् होता है; जैस, "के लड़के ?” "कै आम ?" (३) परिमाण-बोधक विशेषण १५५-परिमाण-बोधक विशेषणों से किसी वस्तु की नाप या तौल का बोध होता है; जैसे, और, सब, सारा, समूचा, अधिक (ज्यादा ), बहुत, बहुतेरा, कुछ ( अल्ल, किंचित, जरा), कम, थोड़ा, पूरा, अधूरा, यथेष्ट । . (अ) इन शब्दों से केवल अनिश्चित परिमाण का बोध होता है; जैसे, "और घी लायो”, “सब धान", "सारा कुटुंब", "बहुतेरा काम", "थोड़ी बात" । (आ) ये विशेषण एकवचन संज्ञा के साथ परिमाण बोधक और बहुवचन संज्ञा के साथ अनिश्चित संख्यावाचक होते हैं. जैसे- परिमाण-बोधक अनिश्चित संख्यावाचक बहुत दूध बहुत श्रादमी सव जंगल सव पेड़ . . . . . सारा देश सारे देश . .
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