पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/२२८

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" - of yarn. I forestalled the doctors by having this wheel brought to me, and before thć peremptory order to stop all work with the right clbow came, I was master of the pedal Charkha called 'Magan Charkha' after the late Maganlal. A stupid reporter who knew nothing about the invention, when he heard that I was moving the wheel with the pedal came to the conclusion that I was working at the sewing machine and since there are pressmen good cnough to imagine many things of me and impute all sorts of things to me, they improved upon the false report by deducing dis-illusionment about the Charkha from it. Now you have the whole story. " चरखेकी धीमी गतिके कारण मेरा भ्रम दूर होनेके लिों तो मुझे की जन्म लेने पड़ेंगे । चरखेकी धीमी गाते ही मुझे असकी तरफ खींचनेवाली चीज है । मगर असमें तो मेरे लिये और भी कभी अकर्षण हैं, जिनके कारण मुझे अससे कभी अरुचि नहीं हो सकती। असकी नी नी खूबियाँ दिन दिन मेरे सामने आती जा रही हैं और उसके गहरे अर्थ अधिकाधिक मेरी समझमें आते जा रहे हैं। उसके बजाय मैं सीनेकी मशीन बिलकुल अिस्तेमाल नहीं कर रहा हूँ। मगर मैं जानता हूँ कि यह गपोड़ा किस तरह झुठा है। पिछले दस सालसे लगातार चरखा चलानेके कारण मेरे दायें हायकी कोहनी पर दर्द होने लगा और अस परसे डाक्टर मिस नतीजे पर पहुँचे कि टेनिस खेलनेवालोंको लगातार रेक्ट काममें लेनेसे जैसा दर्द हो जाता है, वैसा ही मुझे हुआ है। भिसलिभे अन्होंने मुझसे थोड़े समय तक तो कातना वन्द करवा ही दिया होता। परन्तु प्रमुदासके आविष्कारने मेरी लाज रख ली। प्रभुदासको तो तुम जानते हो न ? छगनलालका लड़का | भुसका आविष्कार असा है कि चरखेका पहिया पैरसे चलाया जा सकता है और मृतका तार खींचनेके लिओ दोनों हाय स्वतंत्र रहते हैं, और अिस तरह सूत भी लगभग दुगुना निकलता है । जिस किस्मका चरखा मैंगवा कर मैंने डाक्टरोंको मात कर दिया । दायें हाथसे बिलकुल काम बन्द करनेका ताकीदी हुक्म मिलनेसे पहले ही मैं पेडलवाला चरखा, जो मगनलालके नामपर 'मन चरखा' कहलाता है, चलाना सीख गया । अक मूर्ख अखवारवालेने, जो अिस आविष्कारके बारेमें कुछ भी नहीं जानता था, जब सुना कि मैं पेडलसे पहिया चलाता है, तो वह मान बैठा कि मैं सीनेकी मशीन चला रहा हूँ। और, अखबारवालोंमें असे भलेमानुस तो मौजूद ही हैं जो मेरे बारेमें की तरहकी कल्पनायें कर लेते हैं और तरह तरहकी बातोंसे मेरा सम्बन्ध जोड़ देते हैं । बस अन्होंने अस गलत रिपोर्टमें सुधार कर लिया और घोषणा कर दी कि चरखेके बारेमें मेरा भ्रम दूर हो गया है। सारी बात यह है ।" २०५