पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/४५

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गया । से सारी है। मसी में भी मिला था। यह राय देते समय क्या असे viet At भी खयाल न हुआ होगा ! जितनेमें मैं आ "सरकारने आपको गांधीजीकी सार सँभालके लिझे रखा यह कहना मुश्किल है कि मैं जिनकी सार सँभाल रखता एं या मेरी रखते हैं।" फिर बोला आप जैसे तीन अत्तम मस्तिष्क- मालको सरकारने अक साथ रखा है, यह बताता है कि सरकारको आपके बारेमें नितना विश्वास होगा !" आज मीराबहनके दो सप्ताहके पत्र आये । सुपरिटेण्डेण्टके पास वे जमा तो हो ही होंगे। मगर सुसने, बताया नहीं था कि ये पत्र आये हैं । बापूको याह बहुत बुरा लगा । अिसलिओ डाह्याभाभीकी मुलाकात हो चुकने पर बापूने कहा " मैं सब कुछ सहन करूँगा, मगर आप मुझे धोखा देंगे तो बर्दाश्त नहीं होगा | आप भीमानदारीसे चलेंगे, तो मैं आपके सामने बकरी बनकर रहूँगा । आप यह कहेंगे कि अमुक खबर नहीं दी जा सकती, तो यह बात चल जायगी। मगर झूठ और धोखाबाजी मुझसे बर्दाश्त नहीं होगी । वह सुट हो गया और बापूको भरोसा दिलाया कि जैसा नहीं है और कभी होगा नहीं। The Living Church (दि लिविंग चर्च ) नामके अक अमरीकी साप्ताहिकमें What is Gandhi's religion ? (गांधीका धर्म क्या है ?)- नागका अक बहुत महत्वका लेख आया । यह अमरीकासे ही किसीने भेजा है। यह लेग बताता है कि बापूका असर ीसामी समाजमें अितना ज्यादा बढ़ रहा है कि मीसामी प्रचारक घबरा रहे हैं। जिसका लेखक रेवरेण्ड मूडी बहुत शान्तिवाला दिखता है। आठ वर्षसे बाके विषयका सारा साहित्य पढ़ता रहा है। A " --