पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/५१

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अिसलिओ जेलरको अिस बारेमें खुद ही चिट्ठी लिखी कि अन्हें तुरन्त मच्छरदानी मिलनी चाहिये और रविवार होने पर भी वार्डरको सूचना की कि पत्र अनके घर पर पहुँचा दे। बापू जब रातको पेशाब करने अठते हैं, तो झुनकी खड़ाझूकी खड़खड़ाहटसे अक्सर मैं जाग जाता हूँ। यह जब अन्हें मालूम हुआ तो खड़ा छोड़कर चप्पल पहनने लगे, कमरेमें जाना बन्द किया और बरतन अपनी खाटके पास रख लिया; और जब बरतन कमरेमें था, तब मैं जहाँ सोता या अससे दूरका रास्ता लेकर चोरके पैरों कमरेमें जाते थे। अपने लिओ बाजारसे फल नहीं मँगवाये जा सकते, मगर हरिदास गांधी अस्पतालमें हैं अनके लिओ बाजारसे फल जरूर मँगाये जा सकते हैं ! 'असो को अदार जग माही, बिनु सेवा जो द्रव दीन पर, राम सरिस कोअ नाही, असो को अदार' ।

आज सुबह घूमते धूमते चालू विषयों पर चर्चा चली । बापूने कहा "मैं चाहता ही नहीं कि आज समझौता हो । अभी असका मौका नहीं है, हम असके लिये तैयार नहीं हैं। अभी हममें से बहुतोंको बेजबान बनकर जेलमें जाना है और वहीं पड़े रहना है। सरकार अकल्पित रूपमें मेरे साथ सीधी चल रही है । मैंने यह आशा नहीं रखी थी कि वह कैदियोंको खत लिखनेकी छूट देनेकी अदारता दिखायेगी। मगर सम्भव है हमारी अहिंसाका असपर असर हुआ हो । वह जो केडल आया था कोी बहुत समझदार आदमी नहीं है । मगर कभी कभी असके मुँहसे समझदारीकी बातें निकल आती हैं। असने जब यह कहा कि हमारी लड़ाीमें भिस बार कड़वापन नहीं, तो यह समझना चाहिये कि खानेकी मेज पर होनेवाली अिन लोगोंकी गपशपकी प्रतिध्वनि अिस बातमें थी। अब भी हम ज्यादा अहिंसा साधे, तो असका ज्यादा असर होगा। , 3) , वल्लभभाी आज धार्मिक प्रश्नोंकी चर्चा कर रहे थे। महाभारत और रामायण अतिहासिक ग्रंय नहीं, जैसे शेक्सपियरका ज्युलियस सीजर नहीं है । राम, कृष्ण पात्र थे, लेकिन संपूर्ण पुरुष नहीं थे । सब अपने अपने समयके महापुरुष थे । अनके गुणोंको झुस जमानेके लोगोंने दस गुने और सो गुने करके बयान किये हैं । अक भी अच्छा काम कीजिये, तो लोग झुसे गुणाकार करके ही वर्णन करेंगे । यही बात हमारे अवतारी पुरुषोंके बारेमें भी हुी है और यही जीसा और मुहम्मदके बारेमें भी । मैंने उस अमरीकी पादरीके लेखकी बात चलाी। बापू कहने लगे “ मैंने कभी कहा ही नहीं कि हिन्दू धर्मका अत्तमसे अत्तम व्यक्ति ओसामी धर्मके अत्तमसे अत्तम व्यक्तिसे बढ़कर हो सकता है । अिसीलिओ हिन्दू धर्ममें किसीके धर्मको नीचा समझनेकी और किसीसे अपना धर्म छुड़वानेकी