पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/२९२

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सर विलियम वेडरबन-2 बड़े ही दुःख की बात है कि भारत ने अपने एक और हितैषी को सदा के लिए खो दिया । सर विलियम की मृत्यु से भारत की बड़ी हानि हुई। आप योरप के उन इने गिने सज्जन-शिरोमणियों में थे जिन्होंने आजीवन भारत का सच्चा हित-साधन किया; जिन्होंने परोपकार के आगे तन, मन और धन किसी को कौड़ी मोल का नहीं समझा। मृत्यु के समय आपकी अवस्था 80 वर्ष की थी। आप दो बार कांग्रेस के सभापतित्व के आसन को अलंकृत कर चुके थे। पिछली बार आप 1910 के दिसम्बर में उसके सभा- पति थे । 'सरस्वती' की जनवरी 1911 की संख्या में आपका चरित प्रकाशित हो चुका है। उसमें आपकी गुणावली का कीर्तन है। 25 मार्च 1838 ईसवी को आपका जन्म, इंगलैंड के एडिनबरा नामक स्थान में, हुआ। आपके पिता का नाम था-सर जान वेडरबर्न । वे भारत में उच्च राज-कर्म- चारी रह चुके थे। आपने भी सरकार के अंडर सेक्रेटरी और हाईकोर्ट के जज तक के पद को विभूषित किया। सरकारी नौकरी से अलग हो जाने के बाद तो अपना अवशिष्ट जीवन आपने भारत के कल्याणवर्द्धन ही में तरह तरह से लगाया। राज-कर्मचारी रहते हुए भी आपने इस देश के वासियों का बड़ा उपकार किया। जिन दिनों वह बम्बई की गवर्नमेंट के अंडर-सेक्रेटरी थे, काठियावाड़ की प्रजा और रजवाड़ों के हित की मना से प्रेरित होकर, आपने कितने ही उपयोगी काम यहां किये। राजकोट का राजकुमार-कालेज आप ही के उद्योग का फल है। आप कहा करते थे कि यदि देशी राज्यों का शामन अच्छी तरह हो तो प्रजा वहाँ बहुत सुखी रहे । शिक्षा-विशेष करके स्त्री-शिक्षा-के आप बड़े पक्षपाती थे । स्वर्गीय रानाडे महोदय के साथ आपने 'फीमेल हाई-स्कूल' और 'ट्रेनिंग कालेज' की नींव पूने में डाली और 10 हजार रुपये अपनी ओर से उसमें लगाये। जिन दिनों आप हाई कोर्ट के जज थे, आपने शेशन जजों की कड़े दण्ड देने की प्रवृत्ति को बहुत कुछ रोका । जब आप पूने में डिस्ट्रिक्ट जज थे तब परलोकवासी गणेश वासुदेव जोशी की सहायता से एक प्रकार की पंचायतें (Conciliation Courts) स्थापित की। किसानों के लिए बैंकों की भी योजना आपने की। दक्षिण में दवामी बन्दो- बस्त की परिपाटी प्रचलित करने का भी प्रयत्न आपने किया। कांग्रेस के आप बड़े भक्त और भक्त ही क्यों उसके जन्मदाताओं में से भी थे। सन् 1889 में बम्बई की पांचवीं और सन् 1910 में इलाहाबाद की कांग्रेस के आप सभापति बनाये गये थे। 1893 ईसवी से 1900 ईसवी तक आप इंगलैंड की पारलियामेंट के मेम्बर म० दि० २०-4