पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/२९१

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सर विलियम वेडरबर्न-1/287 बातें भी भारतवर्ष के विषय की उसमें रहती हैं, जिससे विलायत वालों को इस देश का हाल भली भाँति मालूम होता रहता है। आप सदा इस बात का आग्रह किया करते हैं कि विचारशील शिक्षित भारतवामी विलायत जाया करें और वहाँ वालों को अपनी दशा जताने के लिए व्याख्यानो द्वारा भारतवर्ष का सच्चा ज्ञान प्राप्त करावें। सर विलियम भारत के उन थोड़े से शासकों में से हैं जो इस देश वालों की कदर करते हैं और उनसे प्रेमभाव रखते हैं। जिस समय आप इस देश में उच्च अधिकारी थे उम समय प्रत्येक विषय में आप प्रजा की भलाई का ख़याल रखते थे। आप भारतवामियों से ऐसा व्यवहार करते थे जैसे कोई बराबर वालों के साथ करता हो। ['पण्डित नर्मदा नारायण शर्मा, एम० ए०' नाम से जनवरी, 1911 को 'सरस्वती' में प्रकाशित । 'चरित्र-चित्रण' में संकलित।]