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मानसरोवर

यह आपका दोष नहीं, मेरा दुर्भाग्य है । उस जन्म में मैंने कोई बहुत बड़ा पाप किया। था । मैं चाहती हूँ, मैं भी आपकी परवाह न करूँ, आप ही को भाँति आपसे आँखें फेर लू, मुंह फेर लें, दिल फेर लें, लेकिन न-जाने क्यों मुझमें वह शक्ति नहीं है। क्या लता वृक्ष की भाँति खड़ी रह सकती है ? वृक्ष के लिए किसी सहारे की ज़रूरत नही । लता वह शक्ति कहाँ से लाये ? वह तो वृक्ष से लिपटने के लिए पैदा की गई है। उसे वृक्ष से अलग कर दी और वह सूख जायगी । मैं आपसे पृथक् अपने अस्तित्व की कल्पना ही नहीं कर सकती । मेरे जीवन की हर एक गति, प्रत्येक विचार, प्रत्येक कामना मे आप मौजूद होते हैं। मेरा जीवन वह वृक्ष है, जिसके केन्द्र आप हैं । मैं वह हार हूँ, जिसके प्रत्येक फूल मे आप धागे की भाँति धुसे हुए हैं। उस धागे के बगैर हार के फुल बिखर जायेंगे और धूल में मिल जायेंगे ।

मेरी एक सहेली है शन्नो । उसको इस साल पाणिग्रहण हो गया है। उसका पति जब ससुराल आता है, शन्नो के पाँव जमीन पर नहीं पड़ते । दिन-भर में न-जाने कितने रूप बदलती है । मुख-कमल खिल जाता है। उल्लास सँभाले नहीं सँभलता। उसे बिखेरती, लुटाती चलती है, हम जैसे अभागों के लिए। जब आकर मेरे गले में लिपट जाती है, तो हर्ष और उन्माद की वर्षा मे जैसे मैं लथपथ हो जाती हूँ। दोनों अनुराग से मतवाले हो रहे हैं। उनके पास धन नहीं है, जायदाद नहीं है। मगर अपनी दरिद्रता में ही मगन हैं । इस अखण्ड प्रेम का एक क्षण ! उसकी तुलना मे संसार की कौन-सी वस्तु रखी जा सकती है ? मैं जानती हूँ, यह रङ्गरेलिया और बेफिक्रियाँ बहुत दिन न रहेगी । जीवन की चिन्ताएँ और दुराशाएँ उन्हें भी परास्त कर देंगी ; लेकिन यह मधुर स्मृतियां संचित धन की भांति अन्त तक उन्हे सहार देती रहेगी । प्रेम की भीगी हुई सूखी रोटियाँ और प्रेम में रँगे हुए मोटे कपड़े और प्रेम के प्रकाश से आलोक्ति छोटी-सी कोठरी, अपनी इस विपन्नता में भी वह । स्वाद, वह शोभा और वह विश्वास रखती है, जो शायद देवताओं को स्वर्ग में भी नसीब नहीं । जव शन्नो को पति अपने घर चला जाता है, तो वह दुखिया किस तरह फूट-फूटकर रोती है कि मेरा हृदय गदगद हो जाता है; उसके पत्र आ जाते हैं तो मानो उसे कोई विभूति मिल जाती है। उसके रोने में भी, उसकी विफलताओं में भी, उसके उपालम्भों में भी एक स्वाद है, एक रस है। उसके आँसू व्यग्रता और विह्वलता के हैं, मेरे आँसू निराशा और दुख के । उसकी व्याकुलता में प्रतीक्षा और‌