पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद १.pdf/२५१

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२३ हि ठाकुर , मझौशाध्यम विपति टक्कर कुछ म बिस- कक्षा- देश में कुछ ः १. ॐ अ अथल अझयह छ । इनके फेई नाम इन स्कुर, हि झा अझ ठाकुर, प्रकार प्रतिम का मन्दर कुछ छ ! इन छह-छह - विदिन नीं, परंतु दावा प्रछ % इॐ अंकों के छ है । अरूह ऋतशय के प्रश्न रित अन्न २३६३ का जिम्मा ६, हो मंच १४३* किशमक्ष्य में एक ३ ४२ » के हुड़ झोड, क ई उस समय शक थह थांदला अझ छदः दान में में दर्द हुइन्छ वा-झारुङ ले ४७.५ इन्ने देवकों में प्रदर्भ अंङ , अच्छी मिल र र झिझल्ला में छूम-छा के अवसर अर इक्को के हो थ्यू डाले ईं ओर हुन् । ऋ छंदेश में भी विशेश आए हैं, वहीं कुछ के हो इश्य को बंदेसी इॐ हैं, यह दर्शन के । तिष वार्ष की हिंढवा मुंह में इछ । अझ क. ऋइन होता है । ॐ अश्य छ ङ्क हैं। इन्ही र कंका, छक्क छिन्य को परम प्रष्टि से देते हैं । इत्र कविता कृठं यह शाः-ग- श्रृंखरे स ६ अरे माह में करें के प्रशंसन्टङ अभ इन सम् १६० में असहनीय छ झा संक- हत्व हो। म काय ॐ किती, ॐ ऋचन्हें रस लुछ है। इस .