पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/४८१

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८४ मिअन्धुदिनार ! । [५० १८॥ वियर--न थे या । इनके पद सागरेश्य में हैं। नाम-(१०८५) चनसिंद कायख, रजिम्मट, एटा। अन्य ११) गंगाशतक, (२) जतिफलिंक। झन्मकाल-१८२८ ।। कविता-कार-८५० ।। नमि=(१९८६) रिमाज, बरसानेवाले। जन्मकाल--१८५। कविता-काल-१८५८ ।। विवरण साधारण भै । । भाम-(१०८७) सगनेश कायम, रीघ । ग्रन्थ-(१) कायभूपेण पिंगट, (२) रसिकचिलास। कविताका-१८५० । बिवर महाराज अयसिंह के समय में यम पैं। नान–११ ०६८) साजनराच ब्रह्मभट्ट, सिवनी (मध्य प्रश) सन्–फुटकर धनुर 1 चिंता-का -१८•b । मेर-संवत् १८७१। नाम (१०८) इरलाल (राव), बूंदी। प्रस्ट। कविता-काल-१८५७ के लगमग। विवरय—साधारण ने गी । नाम-(१८६५) अक्क मिश् ।