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मिश्रबंधु
अज्ञात काल १३३
ग्रंथ--(१)भीष्मपर्व,(२)गीता-भाषा,(३)शालिहोत्र (४)राग-रनाकर ।
विवरण--श्राप किशनगढ़वासी चारण थे । नाम--(३४४८) राधिकादास, शेरखी ग्राम, गुजरात । ग्रंथ--भारत-चरित्र-ग्रंथ । नाम--(३४४६) रामऋषि (रामरतनदास). पटावत, भिडरी ग्राम,उदयपुर । ग्रंथ--राम-सहस्त्रनाम । नाम--(३४५०) रामकिशोर, लखनऊ। ग्रंथ--जल-भूलन। नाम--(३४५१) रामदीन, उपनाम सुंदर । ग्रंथ--विजय पलेरा समर,[प्र० त्रै० रि०] । विवरण--बसेला, जिला हमीरपुर-निवासी। नाम--(३४५२) रायसिंह। ग्रंथ--शिवरंजन। विवरण--आप मछिआव गाँव के जलकांडा बघेला क्षत्रिय थे। नाम--(३४५३) लछिमन कवि,नअवध-प्रांत ।
उदाहरण----
लछिमन्न कहें देखा बिचारि कुछ भावत ना बिन अन्नै है; इत्यादि।
नाम--(३४५४ ) लालबहादुर, अनेई ग्राम, काशी । ग्रंथ--हल्दीघाट का युद्ध । नाम--(३४५५ ) वृंदावन वैश्य, काशीपुर तराई।