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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद सं० १९८३ चम 3 जन्म-काल-सं० १९५८ । अंथ--(१) चिन्न-काव्य, ( २ ) कर्म रेखा, ( ३ ) मल्लिका (४) स्फुट काव्य का विराट् संग्रह । विवरण- आप सुमेरपुर, जिला उनाव निवासी कान्यकुञ्ज ब्राह्मण पं० कामेश्वर वाजपेयी के पुत्र हैं। उदाहरण-- चूंघट को मू दो सत मानसी मयंक मुख चंद्रिका निशा को अधिकारिणी बनाओ ना नोच - नोच फैको नहिं सुंदर सुमन-माल , नीचे कर नैन-मीन सिकुड़ी लजानो नां। कौन-सी पड़ी है चूक बनी जो अजान ऐसी, रोष भरी मन ही में मंद मुसकानो ना; व्याकुल हैं, विकल हैं नैन से उठाय देखो , बाल कही मानो अब अंतर जलाओ ना । नाम---( ४४६५) जगन्नाथप्रसाद मिन बी० एल०, पतौरे, दरभंगा। जन्म-काल-सं० १९५३ । रचना-काल-लगभग सं० १९८३ । ग्रंथ-फुट लेख। विवरण- [---श्राप भूमिहार ब्राह्मण पं. रामउदार मिश्र के पुत्र हैं। 'कलकत्ता-समाचार' तथा 'भारत-मित्र' पत्रों के संपादक. रह चुके हैं। नाम--(४४६६) जगन्नाथप्रसादसिंह, शीतलापुर । जन्म-काल-सं० १९६३ । रचना-काल-लगभग सं० १९८३ । अंथ-(१) घरौंदा, (२) बाल-विनय, (३) भारत-गीत ।