पृष्ठ:मेरी आत्मकहानी.djvu/६३

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मंगपागपाती यच ना उन 12 समिति ATTA ममितिया में अपना अपना मा गारिया नगर हुप्रा कि मर मामी टीri Hir from प्रफ निम्नलिग्नि मार्ग पागोगर्य। वार भगानगम, पार गगानीमाय मा दुर्गाग. पदित गंगानाथ मा, गाना गुगोगम, मी० गा.पा मगर हिवर्ग, पानू ठापुरममाः, पनि रिनायक गारमा या राम मी तगरिया गया और न १ को जारर मा ८ वगैरेनिग्नर गनर पnि विद्वानों के माध्योग में पूर्णतया मपराया। श्रय या भिन्न भिन्न विज्ञानी मंशन मिसिय में कुछ काना है। (१) भूगोल-मम ११ अंगरेजी गटार कतिी. पर्याय थे। इन मन नगार रिया का। (२) ज्योतिप-ने मामापा गाय पनि मुगग hि ने तयार रिया था। उगन ८१३ अंगनी पीर दीगा। (3) अर्थशास्त्र म पटित मारगर म ने मार ग्यिा और इसके दुगने में उन मायरा गारिन्दाम और मैं। उममे १,३७० अंगरेजी श्रीर,१५ दिी के गल थे। (४) रसायनशास्त्र-बांबू टार'माद ने या गर्नेह नहर त्रिवेदी की पॅगलाशब्दावली के आधार पर इमे तैयार रिया था। इसमें १,३३८ अंगरेजी और २.२१२ दिदी के शब्द थे।