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मार्शल लाका दुसरा शिकार


इन मुकदमों के विचार का भार था उनमें से एक तो कर्नल ओब्रायन था और दूसरा वस्वर्थ स्मिय था। पुलिस सुपरिटेण्डेण्ट का आशापत्र कांग्रेस कमेटी के रिपोर्ट पर काफी प्रकाश डालता है और स्पष्ट तरह से दिखला देता है कि लोगोंपर किस तरह के मुकदमे चलाये गये। इसी तरह को कार्रवाई के आधार- पर अमालगढ़, गमनगर आदि स्थानोंमें अनेक निर्दोषको जेल में लूंस दिया गया और इनको इस प्रकार ठूंसनेवाले अभी तक अपने पदोंपर मौजूद हैं और उन दुष्ट आचरणों का अधिकार रखते हैं ।

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मार्शल लाका दूसरा शिकार ।

( अक्तबर २६, १९१२ )

श्रीयुत परसोतमसिंह ने अपने पिता श्रीयुत जमायतसिंह बग्गा के अभियोग का विवरण भेजा है। ये वजीरावादक सौदागर और महाजन हैं। इनकी अवस्था इस समय ६२ वर्षको है और माल की बीमारी से बहुत तड़्ग रहते हैं। विशेष अदालत ने इन्हें १८ मासका कड़ा कारावास और १०००) रु० जुर्माना का दण्ड दिया था और जुर्माना न दाखिल करनेपर ६ मासतक और कठिन कारावास का दण्ड भोगना था। मैं पूरे फैसले को पढ़ गया। मैं साहस के साथ कह सकता है कि इस फैसले को